नई दिल्ली- दिल्ली विश्वविद्यालय के असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने कॉलेजों के चेयरपर्सन, गवर्निंग बॉडी को सर्कुलर जारी करते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय के क्लॉज 7,2 और ऑडिनेन्स 18 के नियमों के अंतर्गत दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों,संस्थानों में जहां भी प्रिंसिपलों के पद खाली है और उस पर एक्टिंग या ऑफिसिएटिंग प्रिंसिपल काम कर रहे है उनकी नियुक्तियों के संदर्भ में दिशा निर्देश दिए गए है कि उन पदों को तुरंत भरा जाना चाहिए। जिन कॉलेजों में एक्टिंग व ऑफिसिएटिंग प्रिंसिपल काम कर रहे है वे गवर्निंग बॉडी की मीटिंग बुलवाकर प्रिंसिपल पदों का विज्ञापन निकालने की तैयारी कर रहे है । जब से डीयू ने सर्कुलर जारी किया है कुछ कॉलेजों के प्रिंसिपलों की चिंता सता रही है कि वे लंबे समय से प्रिंसिपल है कभी नियुक्तियों के समय उन्हें बाहर न कर दे। वे अपने-अपने आकाओं व पार्टी के चक्तर काटने लगे है। संभावना जताई जा रही है कि मार्च के अंतिम सप्ताह से प्रिंसिपल पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। प्रिंसिपलों के पदों को भरे जाने संबंधी सर्कुलर का आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन, डीटीए के अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन ने स्वागत किया है वहीं दूसरी तरफ प्रिंसिपलों पदों पर आरक्षण न देने पर गहरी चिंता व्यक्त की है और कहा है कि एससी,एसटी के कल्याणार्थ संसदीय समिति ने इन पदों को भरने से पहले प्रिंसिपल पदों को क्लब करके रोस्टर रजिस्टर बनाना चाहिए । लेकिन अभी तक जितने भी प्रिंसिपल पदों के विज्ञापन निकाले गए है आरक्षण नहीं दिया।