नई दिल्ली- नगर निगमों के चुनाव को लेकर गर्मा रहे माहौल के बीच आम आदमी पार्टी (आप) ने वेतन न देने का आरोप लगाते हुए नगर निगमों में सत्तासीन भाजपा को घेरा है। आप की ओर से नगर निगमों के प्रभारी दुर्गेश पाठक ने दावा किया कि तनख्वाह नहीं मिलने के कारण नगर निगमों के कर्मचारी एक साल में 53 दिनों तक प्रदर्शन करते रहे हैे, फिर भी कोई हल नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी पिछले एक साल में लगभग 10 बार प्रदर्शन पर बैठे हैं। आप का दावा है कि पूरे साल में जिन कर्मचारियों ने अलग-अलग तारीखों में प्रदर्शन किया है। वे कुल 26853 बैठते हैं। इनके द्वारा किए गए प्रदर्शन का कुल समय 53 दिन तक बैठता है। पाठक ने बताया कि छह जनवरी 21 जनवरी को पहली बार धरना हुआ, जिसमें 21 हजार से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया। इसी तरह पूरे साल में अंतिम बार कर्मचारी 27 दिसंबर को धरने पर बैठे। इस दौरान काम नहीं हुआ। धरनों पर बहुत समय व्यर्थ गया, इस दौरान निगमों में काम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर इस दौरान कर्मचारी काम कर पाते तो निगमों और जनता को लाभ मिलता। पाठक ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित नगर निगमों ने इतना घोटाला किया है कि आज उनके पास कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं हैं।