नई दिल्ली – श्रीसनातनधर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली के तत्वावधान में लाल मंदिर, ईस्ट पटेल नगर में गीता जयन्ती मार्गशीर्ष शुल्क एकादशी संवत् 2080 के उपलक्ष्य में भव्य गीता जयन्ती महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रीसनातनधर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली के ओर से कोरोना काल के समय समाज के प्रति किए गए उत्कृष्ट कार्यों जैसे कोरोना काल में 57 सौ शवों को निःशुक्ल विधि विधान से संस्कार किया। देशभर से तीन लाख से ज्यादा अस्थियों को विसर्जन, 60 हजार से अधिक लवारिश शवों का संस्कार, निःशुल्क दवाईया 11 एम्बुलेंस व वृद्वाश्रम के संचालन के लिए चरणजीव मल्होत्रा को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर श्री मल्होत्रा ने सनातन और गंगा पर बोलते हुए कहा कि आज सनातन और गंगा की दुर्दशा हो रही है। उन्होंने कहा कि लोग गायों को सड़को पर छोड़ देते है जिससे गाय कूड़ा-करकट खाकर बीमार हो रही है जो निंदनीय है, इस लिए हमारा मानना है कि गाय को राष्ट्र माता का दर्जा मिलना चाहिए। श्री मल्होत्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर कहा कि आज हमारे बीच एक ऐसा प्रधानमंत्री है जो देश हित के हर काम में सक्षम है, धारा 370, तीन तलाक और राममंदिर जैसे जनता की हितकारी कार्यो को किया है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी 2024 को रामलाला अपने जन्मस्थली अयोध्या में विराजमान हो रहे है। जनहित में ऐसा फैसला प्रधानमंत्री मोदी जी ही कर सकते है। श्री मल्होत्रा ने कहा कि समस्त संत महात्मा और प्रधानमंत्री मोदी जी से उम्मीद है कि एक दिन गौ-माता को राष्ट्र माता की दर्जा जरूर मिलेगा। आयोजन में श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज, दूधेश्वर पीठाधीश्वर, स्वामी नवलकिशोर दास जी महाराज, आचार्य विक्रमादित्य, प्रो. जगदीश मुखी पूर्व राज्यपाल असाम, कपील खन्ना अध्यक्ष विहिप दिल्ली प्रांत, अध्यक्षता स्वामी राघवानन्द जी महाराज, संयोजक अरूण दिवेद्वी, सह-संयोजक कुणाल बंसल, पराशर जी उपस्थित रहे।