एसडीएमसी महरौली स्थित हेरिटेज संपत्ति को लीज पर देगा 

नई दिल्ली- दक्षिणी दिल्ली नगर निगम दिल्ली में पहली इंजीनियर्ड सैनिटरी लैंडफिल साइट का निर्माण कर रहा है। इस लैंडफिल साइट पर कूड़े का निस्तारण वैज्ञानिक तकनीकी से किया जाएगा। यह जानकारी दक्षिणी निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती ने दी। उन्होंने बताया कि इस तेहखंड लैडफिल साइट के लिए डीडीए ने निगम को 47.5 एकड़ भूमि का आवंटन किया गया था जिसमें से 15 एकड़ भूमि पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट एवं बची हुई 32.5 एकड़ भूमि पर ई-एसएलएफ बनाई जा रही है जिसकी निर्माण लागत लगभग 42.3 करोड़ रूपए है। इस ई-एसएलएफ का प्रयोग निगम द्वारा ओखला में संचालित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट एवं तेहखंड में निर्माणाधीन वेस्ट टू एनर्जी प्लांट द्वारा 3600 मीट्रिक टन प्रतिदिन कूड़े को संसाधित करने के पश्चात लगभग 360 मीट्रिक टन प्रतिदिन राख को निस्तारित करने के काम आएगा। ज्ञानेश भारती ने बताया कि तेहखंड स्थित यह इंजीनियर्ड सैनिटरी लैंडफिल साइट मार्च 2023 से आरंभ हो जाएगी। उन्होंने बताया कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम शहर को कचरा मुक्त करने के लिए प्रयासरत है।