नई दिल्ली- भारत की अग्रणी रियल ऐस्टेट कंसल्टिंग फर्म सीबीआरई साउथ एशिया प्रा. लि. ने भारत के सबसे बड़े प्रॉपटैक् चैलेंज ’डिसरपटैक् 2.0’ के दूसरे संस्करण के विजेताओं की घोषणा की, इस चैलेंज का आयोजन नैस्कॉम स्टार्टअप्स के सहयोग से किया गया। दिल्ली की स्ट्रॉक्चर विजेता बन कर उभरी, जबकि मुंबई में एनलाइट और बेंगलुरु की सुपरबोल्टर पहली व दूसरी उपविजेता रहीं। विजेताओं की घोषणा 31 अक्टूबर 2023 को दिल्ली में आयोजित ग्रैंड फिनाले में की गई। यह आयोजन इनोवेशन, उद्यमिता और जज्बे का एक अद्भुत प्रदर्शन रहा और यहां पर ऐसे क्रांतिकारी समाधान प्रस्तुत किए गए जो भारतीय रियल ऐस्टेट इंडस्ट्री के भविष्य को नए आयाम प्रदान करने को तैयार हैं।इंडस्ट्री के पुराने अनुभवी एवं विशेषज्ञ पेशेवरों ने टॉप 11 फाइनलिस्टों की समीक्षा की जिनमें से शीर्ष 3 विजेताओं को श्री अंशुमान मैगज़ीन (चेयरमैन व सीईओ -भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य पूर्व व अफ्रीका- सीबीआरई) ने सम्मानित किया। डिसरपटैक् 2.0 के विजेता स्ट्रॉक्चर ईको अनुसंधान-चालित बायोमैटेरियल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है जो फंक्शनल मैटेरियल बनाती है, जो ज्यादा इंसुलेटिड और 100 प्रतिशत कार्बन निगेटिव भवन निर्माण सामग्री होती है। इन्हें वेस्ट फाइबरों से बनाया जाता है जो कि उत्पाद निर्माण हेतु कच्चे माल का प्रमुख स्त्रोत हैं।वर्तमान में इनकी 3 प्रोडक्ट लाइन हैं: ऐग्रिबायोपैनल, मागरा (ऑर्गेनिक इंसुलेशन) और हनीकॉम्ब फ्रेमिंग। ये वॉल सिस्टम सॉल्यूशंस पेश करते हैं जो परफॉरमेंस, टिकाऊपन और किफायत, तीनों एक साथ देते हैं। इनके इस्तेमाल से प्रति वर्ग फीट में 10 किलोग्राम तक कार्बन डाइऑक्साइड को ऑफसैट किया जा सकता है। एनलाइट (मुंबई) एनलाइट ने दुनिया के पहले क्लाउड नेटिव वायरलैस बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टमः नो योर बिल्डिंग (टीएम) की रचना की है। यह एकमात्र क्लाउड नेटिव आर्किटेक्चर है जिसे आज दुनिया में कमर्शियली अपनाया गया है जहां प्रत्येक ऐज नोट बिना गेटवे की जरूरत के सीधे क्लाउड से कनेक्ट होता है।सुपरबोल्टर का मिशन है दुनिया के हर व्यक्ति को सशक्त करना कि वह अपने घर को डिजाइन और रिनोवट कर सके, लाइव कॉस्ट ऐस्टिमेट समेत। बीते 6 महीनों में सुपरबोल्टर 7 गुना बढ़ गई है। इसने दुनिया भर में 15,000 से अधिक रिहाइशी 3डी घरो की रचना की है। 6 महीने तक चले इस चैलेंज में देश के 45 शहरों के 400 से अधिक स्टार्टअप्स ने हिस्सा लिया। इस चैलेंज की ऐंट्रीज़ को श्रेणियों में विभक्त किया गया जो स्थानीय बाजार के लिए ईएसजी, फिनटैक्, कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी व इंडीजीनस टैक् पर केन्द्रित थीं। नामांकन की सबसे ज्यादा तादाद फिनटैक् की थी इसके बाद ईएसजी।श्री अंशुमान मैगज़ीन ने कहा,डिसरपटैक् 2.0 भारत में प्रॉपटैक् को प्रोत्साहित करने की हमारी अचल प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह विश्व के साथ ताल मिलाते हुए रियल्टी सेक्टर को भविष्य की ओर ले जाने में योगदान दे रहा है। यह आयोजन तकनीक युक्त और भविष्य हेतु तैयार रियल ऐस्टेट इंडस्ट्री के लिए सीबीआरई के समर्पण को दर्शाता है। जबरदस्त प्रतिक्रिया और नामांकनों की बेहतरीन क्वालिटी ने निर्णायक मंडल के काम को कठिन बना दिया था। सीबीआरई तहे दिल से विजयी आविष्कारकों को बधाई देती है तथा सभी प्रतिभागियों, नैस्कॉम स्टार्टअप्स व सम्मानित निर्णायकों का आभार व्यक्त करती है।इस पहल के बारे में कृतिका मुरुगेसन, सीनियर डायरेक्टर, नैस्कॉम स्टार्टअप्स ने कहा,रियल ऐस्टेट डोमेन में सीबीआरई के संग डिसरपटैक् 2.0 के लिए हमारी साझेदारी खास रही है। रियल ऐस्टेट के क्षेत्र में स्टार्टअप्स बहुत बड़ी निभाएंगे क्योंकि ये भारत में सस्टेनेबल ईकोसिस्टम को वृद्धि दे रहे हैं। भारतीय रियल ऐस्टेट सेक्टर अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने वाले सबसे प्रमुख घटकों में से एक है, हमें उम्मीद है कि इस क्षेत्र में आने वाले स्टार्टअप ऐसी टेक्नोलॉजी व इनोवेशन लेकर आएंगे जो रियल ऐस्टेट ईकोसिस्टम को पुनःपरिभाषित तथा सरल करने का वादा करते हैं। मैं विजेताओं को बधाई देती हूं और सीबीआरई व अन्य सहभागियों का आभार व्यक्त करती हूं। डिसरपटैक् 2.0 के विजेता पुरस्कार एवं सम्मान के अधिकारी होंगे, जिनमें शामिल हैं- रियल ऐस्टेट एंजेल फंडिंग तक पहुंच, सीबीआरई ग्लोबल स्टार्टअप प्रोग्राम में भागीदारी, सीबीआरई क्लाइंटों के साथ प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट सहयोग के मौके, नैस्कॉम स्टार्टअप ईकोसिस्टम तक पहुंच, अनुभवी निवेशकों के साथ परामर्श तथा सीबीआरई ऐडवाइज़री से मूल्यवान मार्केटिंग सहयोग। इस प्लैटफॉर्म का प्राथमिक उद्देश्य है सर्वोत्तम टेक्नोलॉजी समाधानों की पहचान, परामर्श और विकास जिससे आगामी वर्षों में भारतीय रियल ऐस्टेट उद्योग बड़ी छलांग लगा सके।