नई दिल्ली- जैन मुनि आचार्य सहती 108 अनेकान्त सागर जी ने आज रामलीला मैदान में देशभर से आये जैन समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तीर्थो पर हमला हो तो सभी को एक जुट होकर उसके खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि जैन समाज का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर जी की पवित्रता को दूषित किया जा रहा है और सरकार उसे टूरिस्ट प्लेस घोषित कर जैन समाज की भावना को आहत कर रही है। अगर अभी इसके खिलाफ जैन समाज संगठित नही होगा तो आने वाले समय में माता वैष्णो देवी को भी टूरिस्ट प्लेस घोषित कर दिया जाएगा। रामलीला मैदान में उमड़ी जैनियों की अपार भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि देशभर में 1600 से ज्यादा जैन साधु है वह अपने धर्म की रक्षा के लिए कुछ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जैन समाज अहिंसा को मानने वाला है। यह शांतिप्रिय विचारधारा के लोग है पर अब ताली बजाने और नारा लगाने का समय नही है बल्कि ‘ताल’ ठोकने का समय है। उन्होंने बताया कि देश की आजादी में बड़ी संख्या में जैन समाज के लोगों ने भी अपनी भूमिका निभाई थी। उन्होंने एक बार फिर कहा कि धर्म की रक्षा के लिए जैन समाज को संगठित होना होगा। इस मौके पर विश्व जैन संगठन के अध्यक्ष संजय जैन ने कहा कि जैन समाज किसी भी कीमत पर श्री सम्मेद शिखर जी को टूरिस्ट प्लेस बनने नही देगा। इसके लिए हम लोग लगातार अपनी आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने झारखंड सरकार द्वारा पारसनाथ पर्वत के श्री सम्मेद शिखर जी पर हुए अतिक्रमण को हटाने और उसकी पवित्रता बहाल करने के लिए आमरण अनशन शुरू किए जाने तक कि धमकी दी।उन्होंने कहा कि झारखण्ड सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय वन मंत्रालय ने इस इको सेंसिटिव जोन में वन्य जीव अभ्यारण्य का एक भाग घोषित कर पर्यावरण पर्यटन व गैर धार्मिक गतिविधियों की अनुमति दी है जो कि जैन समाज को मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि 24 तीर्थंकरों में से 20 इसी सम्मेद शिखर जी के रास्ते मोक्ष प्राप्त किये हैं और यह जैन समाज का सबसे पवित्र स्थान है। झारखंड सरकार की अनुशंसा पर केंद्र सरकार ने इसे ईको टूरिज्म घोषित कर पैसा कमाना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि गजट नोटिफिकेशन जारी करने के लिए तय मानकों व नियमों तक का पालन नहीं किया गया। अधिसूचना से पूर्व न तोलोगो की आपत्ति या सुझाव लिए गए और न ही नियमों के अनुसार दो अखबारों में प्रकाशित किया और न ही जैन समाज को सूचित किया गया।इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल ने कहा कि वह जैन समाज के साथ है और झारखंड सरकार द्वारा इको टूरिज्म बनाने की जो अनुशंसा की है उसे वापस करवाने के लिए जो भी करना होगा वह करूंगा। कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय ग्रामीण राज्य मंत्री प्रदीप जैन ‘आदित्य’ ने भी भरोसा दिलाया कि वह इस आदेश को वापस करवाने के लिए जो कुछ भी करना होगा वह करेंगे। इस अवसर पर जैन मुनि प्रज्ञ सागर जी, राजेंद्र विजय जी महाराज, ऐलक विज्ञान सागर जी महाराज,क्षुल्लक श्री योग भूषण जी महाराज, कोकराझार के लोक सभा सांसद नव कुमार सरनिया, आगरा के मेयर नवीन जैन समेत विश्व जैन संगठन के उपाध्यक्ष यश जैन, सुदीप जैन, नीरज जैन, रुचि जैन, दीपक जैन, प्रदीप जैन आदि मौजूद थे।