भोपाल- मध्य प्रदेश सरकार ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम की अध्ययन सामग्री और व्याख्यान हिंदी में देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने शनिवार को यह जानकारी दी। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने पत्रकारों से कहा कि शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय समिति ने फैसला किया कि एमबीबीएस पाठ्यक्रम के व्याख्यान में अध्ययन सामग्री के अनुवाद के साथ हिंदी को भी शामिल किया जाएगा।
सारंग ने पिछले सितंबर में इस तरह की एक समिति गठित करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि अध्ययनों से पता चला है कि छात्रों को उनकी मूल भाषाओं में पाठ्यक्रम सीखना अधिक उपयोगी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी चिकित्सा की पढ़ाई का माध्यम हिंदी करना चाहते हैं। पिछले साल की शुरुआत में सारंग ने घोषणा की थी कि आरएसएस के संस्थापक के बी हेडगेवार, जनसंघ के नेता दीनदयाल उपाध्याय, स्वामी विवेकानंद और बी आर अंबेडकर पर व्याख्यान एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के आधार पाठ्यक्रम का हिस्सा होगें। इसके अलावा मप्र के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने भी पिछले साल घोषणा की थी कि स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रथम वर्ष के छात्रों को कला संकाय में दर्शनशास्त्र के तहत एक वैकल्पिक विषय के रूप में रामचरितमानस की पेशकश की जाएगी।