पणजी-गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत समेत कांग्रेस के आठ विधायक सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए, जिसे विपक्षी दल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। चालीस सदस्ईय गोवा विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर तीन रह गई है। आठ विधायक मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष सदानंद शेत तानवड़े की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए।कांग्रेस ने इस कदम को विधायकों की ओर से विश्वासघात तथा बेशर्मी की हद करार दिया जिन्होंने विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी और जनता के प्रति वफादार रहने का संकल्प जताया था। उन्होंने जनवरी में चुनाव से पहले गोवा में एक मंदिर, गिरजाघर और दरगाह में निष्ठावान होने की शपथ ली थी।शपथ तोड़े जाने के बारे में पूछने पर कामत ने कहा कि भाजपा में शामिल होने से पहले वह दोबारा मंदिर गए थे। उन्होंने कहा,मैं दोबारा मंदिर गया और भगवान से पूछा कि क्या करुं। भगवान ने मुझसे कहा कि जो तुम्हारे लिए सही है,वही करो।इससे पहले जुलाई 2019 में भी गोवा में कांग्रेस के 10 विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था। कांग्रेस से भाजपा में आज शामिल हुए विधायक माइकल लोबो ने कहा कि विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री सावंत के हाथ मजबूत करने के लिए यह फैसला किया। कांग्रेस ने गोवा में अपने आठ विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद आरोप लगाया कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से भाजपा हताश है और इस यात्रा से ध्यान भटकाने के लिए ऑपरेशन कीचड़ चलाया गया। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा के इन तुच्छ हथकंडों से कांग्रेस पार पा लेगी। उन्होंने ट्वीट किया, भारत जोड़ो यात्रा की जो सफलता दिखाई दे रही है उसके कारण गोवा में भाजपा का ऑपरेशन कीचड़ तेजी से चलाया गया। यात्रा को कमजोर दिखाने के लिए रोजाना ध्यान भटकाने का प्रयास और दुष्प्रचार किया जा रहा है। रमेश ने कहा, हम रुकने वाले नहीं है। हम भाजपा के इन तुच्छ हथकंडों से पार पाएंगे। कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा,फिर से साबित हो गया कि भाजपा सिर्फ़ तोड़ ही सकती है। भाजपा ने इस साल मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। भाजपा के अब तक 20 विधायक थे। अब कांग्रेस विधायकों की संख्या 11 से गिरकर तीन रह गई है। कांग्रेस के आठ विधायक- कामत, लोबो, डेलिला लोबो, राजेश फलदेसाई, केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, एलेक्सियो सिक्वेरा और रूडोल्फ फर्नांडिस के औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल होने से पहले एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई, जिसमें वे सावंत के साथ बैठे दिख रहे हैं। लोबो ने कहा कि इससे पहले यहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाजपा के साथ विलय का प्रस्ताव पारित किया गया। कांग्रेस के तीन अन्य विधायक युरी अलेमाओ, एल्टोन डि कोस्टा और कार्लाेस एल्वेयर्स फरेरा प्रस्ताव पारित किए जाते समय उपस्थित नहीं थे। सावंत ने पत्रकारों से कहा कि सदन में भाजपा विधायकों की संख्या बढक़र 28 हो जाने की पृष्ठभूमि में मंत्रिमंडल में फेरबदल पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।सावंत ने कहा कि कांग्रेस के आठ विधायक बिना शर्त भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अब 28 विधायक हैं और उसे विधानसभा में कुल मिलाकर 33 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। सावंत ने कहा कि कांग्रेस छोड़ो यात्रा गोवा से शुरू हो गई है।