नई दिल्ली- आम आदमी पार्टी (आप) की ट्रेड एंड इंडस्ट्री विंग के दिल्ली कन्वीनर बृजेश गोयल ने आरोप लगाया है कि एमसीडी पुरानी दिल्ली के व्यापारियों को धमका रही है, वह उनको कन्वर्जन शुल्क नहीं देने पर दुकानें सील करने की धमकी दे रही है। गोयल ने कहा कि वॉल सिटी के 2 लाख व्यापारी 1962 से पहले से बसे हुए हैं, यह जानते हुए भी नॉर्थ एमसीडी ने कन्वर्जन शुल्क का नोटिस भेजा। जो मुगलकालीन बाजार हैं, वह पहले से ही कमर्शियल मार्केट हैं, वहां कन्वर्जन शुल्क लेने का कोई तुक नहीं है। इसबार एमसीडी की आड़ में छुपकर नहीं बल्कि बीजेपी नेता खुलेआम व्यापारियों को धमका रहे हैं। इस बार एमसीडी में आप की सरकार होगी तो इन सभी नोटिसेस को निरस्त किया जाएगा। वहां नॉर्थ एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा कि पिछले 15 सालों में एमसीडी लगभग 5000 करोड़ का कन्वर्जन शुल्क ले चुकी है। बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता व्यापारियों से कन्वर्जन शुल्क मांगने की बजाय पहले 5000 करोड़ रुपयों का हिसाब दें। गोयल ने कहा कि काफी समय से पुरानी दिल्ली, विशेषकर चांदनी चौक के आसपास की जो मार्केट है, वहां के दुकानदारों से कन्वर्जन शुल्क लिया जा रहा है। व्यापारियों को धमकाया जा रहा है कि यदि आपने कन्वर्जन शुल्क नहीं दिया तो आपकी दुकानों को सील कर दिया जाएगा। हम शुरू से कह रहे हैं कि इसके पीछे एमसीडी में शासित बीजेपी का काम है, जो व्यापारियों को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जाते-जाते सबकुछ लूट लेना चाहती है। उसी कड़ी में वह वॉल सिटी एरिया में कन्वर्जन शुल्क लगा रहे हैं। वॉल सिटी का जो क्षेत्र है वह स्पेशल एरिया में आता है। मास्टरप्लान के अनुसार वह पहले से ही कमर्शियल क्षेत्र है। बावजूद इसके बीजेपी शासित एमसीडी वहां के दुकानदारों से कन्वर्जन शुल्क की मांग कर रही है। यह लोग जबरदस्ती व्यापारियों को परेशान करने का काम कर रहे हैं। पहले ट्रेड लाइसेंस बढ़ाकर व्यापारियों को परेशान किया। आम आदमी पार्टी ने सिग्नेचर कैंपेन कराकर इसे कम कराया। अब यहां के व्यापारियों से कन्वर्जन शुल्क देने को कह रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इसबार एमसीडी के कर्मचारी नहीं बल्कि खुद बीजेपी के नेता खुलेआम कन्वर्जन शुल्क मांग रहे हैं। उन्हें धमकी भी दे रहे हैं कि नहीं दिया तो दुकानों को सील कर देंगे। आप सोच सकते हैं कि यहां एक संगठित गिरोह चल रहा है।