नई दिल्ली- देश की राजधानी दिल्ली में गर्मी के साथ बिजली की खपत का रिकॉर्ड भी टूट रहा है। इस मौसम में सबसे अधिक मांग रहने के साथ ही पिछले वर्ष का रिकॉर्ड भी टूट गया है। अपराह्न 3.15 बजे मांग 7595 मेगावाटतक पहुंच गई। इससे पहले 2 जुलाई 2019 को सबसे ज्यादा 7409 मेगावाट मांग दर्ज हुई थी। इस बार जिस तरह से मई और उसके बाद जून में ही खपत बढ़ी है उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही बिजली की मांग यह रिकॉर्ड भी टूट जाएगा। बिजली अधिकारियों का कहना है कि उमस भरी गर्मी के कारण एयर कंडीशनर, कूलर आदि का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है। इस कारण बिजली की खपत बढ़ी है। पिछले कई दिनों से अधिकतम मांग सात हजार मेगावाट से ऊपर रह रही है। मई के पहले पखवाड़े में यह सबसे अधिक है। मई में इससे पहले सिर्फ वर्ष 2018 और वर्ष 2019 में बिजली की मांग गई है। दोनों वर्ष मांग 6400 मेगावाट से ऊपर गई थी, लेकिन माह के अंतिम सप्ताह में। वर्ष 2020 और वर्ष 2021 में कोरोना संकट की वजह से मांग बहुत कम रही थी। वहीं, इस बार मई के दूसरे सप्ताह में ही मांग 62 सौ से ऊपर है। अधिकारियों का दावा है कि मांग बढऩे के बावजूद बिजली आपूर्ति में कहीं परेशानी नहीं है। मांग के अनुरूप बिजली उपलब्ध हो रही है।