विज्ञान में रुचि रखने वाले धनंजय रमन ने इससे पहले भी रचा इतिहास, कई ओलंपियाड में भी जीते मेडल

नई दिल्ली,  फिट्जी-द्वारका (दिल्ली) केंद्र के छात्र धनंजय रमन ने प्रतिष्ठित ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई या JEE) एडवांस्ड, 2021 में ऑल इंडिया रैंक-2 हासिल की है। जेईई (मेन्स) परीक्षा एनआईआईटी, आईआईआईटी, केंद्र सरकार से फंडिंग लेने वाले अन्यटेक्नोलॉजी संस्थानों (CFTIs) में अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग प्रोग्राम (बीई/बी.टेक/बी.आर्क) में प्रवेश के लिए और जेईई (एडवांस्ड) में भाग लेने की पात्रता परीक्षा के रूप में होती है, जो कि आईआईटी में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।

यह पहली बार नहीं है जब प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले देश के प्रमुख संस्थान में छह साल के क्लासरूम प्रोग्राम में पढ़ाई कर रहे युवा ने इस तरह की उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले विज्ञान के क्षेत्र में अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए धनंजय ने जूनियर साइंस ओलंपियाड (IJSO) 2018, इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमी ओलंपियाड (IAO) 2019 में वर्ल्ड ओवर टॉपर और इंटरनेशनल केमिस्ट्री ओलंपियाड (IChO) 2021 में भी मेडल्स जीते हैं।

बहुत कम उम्र से ही विज्ञान के प्रति उत्साह रखने वाले धनंजय को फिट्जी में सक्षम और अनुभवी फेकल्टी की मेंटरिंग में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। इससे पहले उन्होंने किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY), राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (NTSE) और जूनियर विज्ञान प्रतिभा खोज परीक्षा (JSTSE) में छात्रवृत्ति हासिल की है।

धनंजय ने कहा, “ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन को पास करना मेरा बचपन से सपना रहा है। इसे पूरा करने में मेरी मदद करने के लिए मैं फिट्जी-द्वारका का आभारी हूं। फिट्जी की अनूठी शिक्षण पद्धति ने मुझे बहुत मदद की है, और यहां की फेकल्टी ने कोविड-19 महामारी के बावजूद भी मेरा गाइडेंस और सहयोग किया है। उन्होंने मेरे कंसेप्ट मजबूत करने और मेरी सोचने की प्रक्रिया को आदर्श तरीके से ढालने में मेरी मदद की है।

फिट्जी- द्वारका (दिल्ली) के केंद्र प्रमुख श्री विनोद कुमार अग्रवाल खुद केमिस्ट्री फेकल्टी के सदस्य भी हैं और चार साल धनंजय का मार्गदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “हमें धनंजय की उपलब्धि पर अविश्वसनीय रूप से गर्व है और हम उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं। हमारी पढ़ाने की तकनीक और वन-टू-वन डाउट रिजॉल्विंग मैकेनिज्म छात्रों को अपने कंसेप्ट को बेहतर बनाने और प्रतिष्ठित जेईई (एडवांस्ड) परीक्षाओं के साथ-साथ कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है। फिट्जी के द्वारका केंद्र में हमने पढ़ाने की ऐसी विधियां विकसित की हैं जो छात्रों को सिद्धांतों की अवधारणा से आगे जाकर उस विषय को समझने में मदद करती हैं। हम छात्रों को विषयों को समझने के लिए एक नया विजन देते हैं।”