नई दिल्ली- माँ जानकी प्राकट्योत्सव के दिवस पर राजेंद्र भवन सभागार मे , वैदेही फाउंडेशन के द्वारा स्त्री शक्ति सम्मान समारोह 2023 का भव्य आयोजन किया गया था। जिसमे पांच स्त्री शक्ति को उनके अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए, वैदेही फाउंडेशन के सौजन्य से मंचासीन मुख्य अतिथियों द्वारा पुष्प गुच्छ ,शॉल मोमेंटो और मिथिला के पारंपरिक परिधान पाग पहनाकर सम्मानित किया गया। जिसमें स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूजा दीवान को, शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में डा. रमा सिंह को, पत्रकारिता के क्षेत्र में श्रीमती सोनाली मिश्र को, कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में श्रीमती नलिनी जोशी को और सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में श्रीमती संध्या सिंह को सम्मानित किया गया। साहित्य के क्षेत्र में जीवन पर्यन्त उल्लेखनीय योगदान के लिए मैथिली मे महादेवी वर्मा के नाम से मशहूर लेखिका डॉ शेफालिका वर्मा जी को लाइफ़ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित वक्ता थे प्रोफेसर गीता सिंह, डॉ शीला टावरी,श्री नारायण कुमार,श्री अनील मिश्र,डॉ पंकज मिश्र और क्षडॉ आभा कुमार। सभी ने सीता जी के सहनशीलता त्याग तपस्या से सीख लेने की बात कही। वर्तमान समय में सीता जी की उपयोगिता समाज के लिए उदाहरण है। वैदेही फाउंडेशन के चेयरमैन श्री अमर नाथ झा ने कहा की हमरा समाज तब तक मजबूत नहीं हो सकता है जब तक हम अपने बहन बेटी और मातृशक्ति को आदर सम्मान नही देंगे। इसलिए स्त्री शक्ति को उनके अनथक सेवा समर्पण को देखते हुए वैदेही फाउंडेशन इस तरह का आयोजन आठ वर्षों से करते आ रहा है। वैदेही फाउंडेशन के अध्यक्षा श्रीमती कुमकुम झा ने महिलाओं के लिए कहा कि स्त्री के पास अनेक तरह की ज़िम्मेदारी रहता है जिसे हंस कर सम्हालते रहती है। अपनी सारी सुख-सुविधाएं को भूलकर घर की जिम्मेदारी में लगी रहती पर कभी दुःखी नहीं होती है। इसलिए स्त्री को त्याग और तपस्या की देवी कहा जाता है। कार्यक्रम के बीच में वैदेही फाउंडेशन के द्वारा संकलित संपादित स्मारिका का विमोचन कवि विमल जी मिश्र और वैदेही फाउंडेशन के सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया ।कार्यक्रम में बच्चों द्वारा गीत नृत्य की प्रस्तुति किया गया और गायिका सुश्री श्रुति मौसम और गायक कलाकार धनीक लाल मंडल के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम मे सीता जी से संबंधित सोहर समदाउन जैसे पारंपरिक गीत संगीत का बेहतरीन प्रस्तुति किया गया।