दिल्ली में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए ठोस कदमों की जरूरत
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने केजरीवाल सरकार से कहा है कि वह दिल्ली को सिंगापुर बनाने की बातें करने की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सुधार करे। उसके बाद दिल्ली में कोई भी मॉडल काम करने लगेगा। उन्होंने कहा कि जब तक जनता को पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुलभ नहीं होगा,तब तक दिल्ली के लोग निजी गाडिय़ों में चलने पर मजबूर होते रहेंगे। ऐसी हालत में प्रदूषण पर नियंत्रण करना असंभव ही है। बिधूड़ी ने सेंटर फार एनवायरमेंट यानी सीएसई की अध्यक्ष सुनीता नारायण के उस वक्तव्य पर टिप्पणी की है जिसमें कहा गया है कि दिल्ली में सिंगापुर जैसा ट्रांसपोर्ट सिस्टम लागू किया जाना चाहिए जिसमें लोगों के लिए अपनी गाड़ी रख पाना बहुत मुश्किल कर दिया जाता है। बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल सरकार भी बार-बार दिल्ली को सिंगापुर जैसा बनाने की बातें करती है लेकिन सीएसई को यह बात दिल्ली सरकार को समझानी चाहिए कि जब तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं सुधरेगा, तब तक जनता के पास अपनी गाड़ी में यात्रा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता। दिल्ली में सात सालों से डीटीसी के बेड़े में एक भी बस नहीं बढाई गई। जो बसें चल रही हैं, वे तमाम अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं। इस तरह वे भी जनता के जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं। केंद्र सरकार ने 2017 में ही दिल्ली को इलेक्ट्रिक बसों के लिए सबसिडी का ऐलान किया था लेकिन दिल्ली सरकार ने उस योजना का कोई लाभ नही उठाया। दिल्ली सरकार मेट्रो के विस्तार में भी लगातार अड़ंगे लगाती रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सबसे पहले तो दिल्ली सरकार को यह मानना होगा कि दिल्ली ज्यादातर प्रदूषण दिल्ली के अंदरूनी कारणों से है। जब यह बात स्वीकार कर ली जाएगी, तभी दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने की नीति बना पाएगी।