बेंगलुरु- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत किसी को छेड़ता नहीं है और यदि कोई देश की शांति भंग करता है तो उसे छोड़ता नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी युद्ध तथा हिंसा की वकालत नहीं की, हालांकि, वह अन्याय और दमन पर तटस्थ नहीं रह सकता। रक्षा मंत्री ने कहा, हम सभी मानते हैं कि भारत ऐसा देश है जो हमेशा से शांति प्रेमी रहा है। हमारी प्रकृति कभी युद्ध और हिंसा की नहीं रही। भारत ने न तो किसी अन्य देश पर हमला किया है और ना ही किसी अन्य देश की एक इंच भी जमीन पर कब्जा किया है। यह भारत का चरित्र है। वह इस्कॉन द्वारा बेंगलुरु के वसंतपुरा स्थित उसके भव्य राजाधिराज गोविंद मंदिर में आयोजित गीता दान योजना कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। सिंह ने महाभारत का उल्लेख करते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिए थे, उन्हें श्रीमद भगवद्गीता के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि गीता पढऩे और उसे आत्मसात करने से व्यक्ति निर्भय होता है। इस्कॉन बेंगलुरु ने इस महीने सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों के अलावा एक लाख भगवद्गीता पुस्तक वितरित करने की योजना बनाई है। इस अवसर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, पूर्व मुख्यमंत्री बी एस एदियुरप्पा तथा इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ आदि गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।