नई दिल्ली- पौध पोषण पर विशेष अनुसंधान के लिए मोजेक कम्पनी फाउंडेशन द्वारा युवा वैज्ञानिकों को एक विशेष समारोह में सम्मानित किया गया। यह अवार्ड समारोह एस एम सहगल फाउंडेशन गुरुग्राम ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। इसके लिए देशभर के कृषि वैज्ञानिकों के नए व प्रमाणिक शोधकार्यों के आधार पर ज्यूरी द्वारा वैज्ञानिकों का चयन किया जाता है। इस वर्ष युवा वैज्ञानिक पुरस्कार डॉ. एम.सी. मीना और डॉ. मोहम्मद शाहिद को प्रदान किया गया। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरेट थीसिस पुरस्कार डॉ. देबरूप दास, डॉ नंद किशोर थोम्ब्रे और डॉ भाग्यश्री नाडकर्णी को प्रदान किया गया । पुरस्कार में नकद राशि, प्रशस्ति पत्र, स्वर्ण पदक और ब्लेजर दिया गया। इस कार्यक्रम में डॉ हिमांशु पाठक, सचिव कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग और महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस मौके पर मोजेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री बेन प्रैट ने पुरस्कृत कृषि वैज्ञानिकों को बधाई दी और कृषि विज्ञान में लगातार शोध करने की प्रेरणा दी तथा डॉ जे सी कत्याल, पूर्व कुलपति हरियाण कृषि विश्वविद्यालय ने कार्यक्रम में उपस्थित कृषि वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों, किसानों और स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया ताकि वह कृषि की आधुनिक तकनीकों पर शोध कर बेहतर कृषि उत्पादन में योगदान दे।इस समारोह में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र, कृषि विश्वविद्यालय, भारतीय उर्वरक संघ, अंतर्राष्ट्रीय जस्ता संघ, आईपीएनआई, सीआईएमएमवाईटी, से प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और राज्य केंद्र सरकार के अधिकारी भी शामिल हुए। मोजेक इंडिया और एस एम सहगल फाउंडेशन साल 2008 से “कृषि ज्योति परियोजना” के तहत कृषि विकास, जल संरक्षण व स्कूल नवीनीकरण का कार्य कर रहा है। यह परियोजना हरियाणा के नूंह, राजस्थान के अलवर और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के 155 गांवों में 14 वर्षोँ से कार्यरत है और आगे आने वाले सालों में भी यह परियोजना ग्रामीणों के जीवन में रोशनी फैलाती रहेगी।