बेंगलुरू-कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कर्नाटक की भारतीय जनता पार्टी की सरकार पुलिस उप निरीक्षक पीएआई की भर्ती से जुड़े घोटाले पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है, जबकि इस मामले की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक का एक अधिकारी गिरफ्तार हो चुका है। पार्टी महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि इस मामले के मुख्य आरोपी आर डी पाटिल ने लोकायुक्त को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि घोटाले के जांच अधिकारी ने मामले को बंद करने की एवज में तीन करोड़ रुपए की घूस मांगी। उसने आरोप लगाया कि इस राशि तीन करोड़ में से 76 लाख रुपए का भुगतान भी हो चुका है।उन्होंने कहा कि कर्नाटक के गृह मंत्री ए. जनेंद्र का इस्तीफा होना चाहिए और कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए। सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, आरडी पाटिल द्वारा लिखे गए पत्र में स्पष्ट रूप से आरोप लगाया गया है कि जांच अधिकारी ने तीन करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी और 76 लाख रुपए की रिश्वत उस अधिकारी को दी भी गई। यह रिश्वत मामले को बंद करने की एवज में मांगी गई थी। उन्होंने एक प़त्र का हवाला देते हुए दावा किया कि 76 लाख रुपए के भुगतान के बाद पीएसआई घोटाले से जुड़े मामले को बंद करने के लिए 2.24 करोड़ रुपए की मांग की गई। कांग्रेस नेता ने सवाल किया, मुख्यमंत्री बोम्मई और गृह मंत्री जनेंद्र की नाक के नीचे क्या हो रहा है? सुरजेवाला ने कहा, मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने पहले घोटाला होने की बात से ही इनकार किया। फिर मामले की जांच नहीं कराई। राज्यव्यापी प्रदर्शन के बाद जांच हुई और करीब 100 लोग गिरफ्तार हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पूरे मामले पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है।