नई दिल्ली- दिल्ली विधानसभा की बैठक के दौरान उस समय आम आदमी पार्टी सरकार के लिए बड़ी ही शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई जब नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने लूडलो कैसल में शहीद अमीर चंद सर्वोदय विद्यालय को बंद करने का मामला उठाया। आरोप लगने के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूल बंद करने के आरोप को झूठा ठहराने की कोशिश की तो आम आदमी पार्टी के ही विधायक प्रहलाद सिंह साहनी ने खड़े होकर बिधूड़ी के आरोप का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह स्कूल उनके निर्वाचन क्षेत्र में था और इसे बंद किया गया है। नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि एक तरफ तो दिल्ली सरकार ने इस वर्ष राष्ट्रभक्ति थीम पर बजट पेश किया था और शहीदों के लिए बड़ी-बड़ी बातें की थीं लेकिन मास्टर अमीर चंद जैसे शहीदों के नाम पर बने स्कूलों को बंद करना शहीदों का अपमान है। शहीद अमीर चंद दिल्ली के उन शहीदों में शामिल हैं जिन्हें स्वतंत्रता संग्राम में दिल्ली में फांसी पर लटकाया गया। लार्ड हार्डिंग बम कांड और लाहौर बम कांड में उन्हें अभियुक्त बनाया गया था और तीन अन्य शहीदों के साथ 1915 में फांसी पर लटका दिया गया था। उन्होंने कहा कि हर साल 100 स्कूल खोलने के वादे के साथ सत्ता में आई केजरीवाल सरकार इस साल में ही 31 स्कूल बंद कर चुकी है। इस स्कूल को मैनेजमेंट कमेटी और अभिभावकों की मर्जी के बिना ही शंकराचार्य मार्ग पर एक और स्कूल में मर्ज करने के लिए बंद कर दिया गया है। हैरानी की बात यह है कि स्कूल बंद करने का जो आदेश जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि स्कूल की मैनेजमेंट कमेटी और अभिभावकों की सहमति से ऐसा किया जा रहा है जबकि उनकी राय तक नही पूछी गई और वे इस फैसले का प्रबल विरोध कर रहे हैं। दिल्ली सरकार 30 स्कूल पहले ही अन्य स्कूलों में मर्ज कर चुकी है। दिल्ली सरकार बिना किसी सुविधाओं को बड़ा, नई यूनिवर्सिटी और अन्य घोषणाएं कर रही है। इस स्कूल को बंद करके यहां स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी खोली जानी है। बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार शिक्षा मॉडल की बातें करती है लेकिन दिल्ली सरकार के 750 स्कूलों में प्रिंसिपल और 450 स्कूलों में वाइस प्रिंसिपल नहीं हैं। स्कूलों में शिक्षकों के साढे 24 हजार पद खाली पड़े हैं और 750 स्कूलों में साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई ही नहीं होती। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इन आरोपों का जवाब देने के लिए उठे तो उनके अपने ही विधायक ने उनकी पोल खोली दी। अपने जवाब में उन्होंने शहीदों के नाम से स्कूल बंद करने के आरोप पर एकदम चुप्पी साधे रखी।