नई दिल्ली – पहलगाम में धर्म पूछकर हत्या करने के मामले को जम्मू-कश्मीर में हिंदुओं का पलायन पार्ट-2 की तरह माना जा रहा है. केंद्र सरकार की घाटी में शांति, कश्मीर पंडितों की वापसी और पर्यटन को बढ़ाने की कोशिशों को इससे करारा झटका लगा है. इसे घाटी से एक बार फिर हिंदुओं को डराकर भगाने की साजिश के तौर पर लिया जा रहा है ! पहलगाम में आतंकवादियों के अटैक से ज्यादा धर्म पूछकर हत्या करने के तरीके ने दहशत फैलायी है. इससे एक बार फिर घाटी में हिंदुओं का जाने और रहने पर असर पड़ेग !दिल्ली में राष्ट्रीय मुख्यधारा का सामाजिक संस्था “नवीन डिजास्टर रेस्क्यू फाऊंडेशन” के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार सुशील श्रीवास्तव ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिंदू पर्यटको कि जघन्य हत्या पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा है कि हम जम्मू-कश्मीर और देश के सभी लोगों से इस जघन्य आतंकी हमला के खिलाफ विरोध की मजबूत आवाज उठाने का आह्वान करते हैं। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिंदू पर्यटको कि हत्या पुरे मानवता की हत्या है । इसकी निंदा करते हुए हिंदुस्तान के अवाम से मांग करते हैं कि आतंकी मूल्क पाकिस्तान के साथ साथ हिंदुस्तान में रह रहे पाकिस्तानी विचारधारा और समर्थकों से भी हर प्रकार के रिश्तों पर विराम लगा लें । मोदी सरकार ने जिस तरह पाक रिश्तों को खारिज किया है। देश के अन्दर आतंकी विचारधारा का प्रशिक्षण को भी बन्द करना होगा ।