नई दिल्ली – आज की दुनिया ऊर्जा, स्थिरता और नवाचार जैसी महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रही है, और युवा पीढ़ी इन समस्याओं का समाधान खोजने में अहम भूमिका निभा रही है। विज्ञान प्रतियोगिताएं इस प्रकार के नवोन्मेषी विचारों को प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन मंच प्रदान करती हैं, जहां युवा अपनी रचनात्मकता के साथ दुनिया को एक नई दिशा दे सकते हैं।छत्तीसगढ़ के पिथौरा स्थित रामदर्शन पब्लिक स्कूल की दो उत्साही छात्राएं, प्रीति पटेल और रोशनी चौधरी, ने इस दिशा में अद्वितीय योगदान दिया है। उनकी परियोजना स्व-चार्जिंग वाहन बैटरी प्रणाली ने राज्य स्तर की विज्ञान प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त किया। यह प्रतियोगिता रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में आयोजित राज्य युवा महोत्सव के दौरान हुई थी, और इस सफलता के साथ, अब ये छात्राएं राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगी। तीन दिन तक चलने वाला राज्य युवा महोत्सव मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा उद्घाटित किया गया था, जिसमें राज्यभर के छात्रों ने अपनी परियोजनाओं का प्रदर्शन किया। प्रीति और रोशनी का मॉडल विशेष रूप से सराहा गया, क्योंकि यह वाहन की गति से उसकी बैटरी को स्वचालित रूप से रिचार्ज करता है, जिससे बाहरी चार्जिंग की आवश्यकता समाप्त हो जाती है और ना ही ईंधन की आवश्यकता होती है ! इस विचार ने ऊर्जा प्रबंधन में एक नई दिशा देने की क्षमता दिखाई। रामदर्शन पब्लिक स्कूल की अध्यक्ष, कविता अग्रवाल ने कहा, प्रीति और रोशनी ने यह सिद्ध कर दिया कि मेहनत और रचनात्मकता से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। यह उनके और हमारे स्कूल के लिए गर्व का पल है।स्कूल के सचिव, शुभ अग्रवाल ने भी इन छात्रों की सफलता पर खुशी व्यक्त की और कहा,यह उनके प्रयासों का परिणाम है कि हमारे स्कूल में नवाचार और विज्ञान की भावना को बल मिला है। हमें पूरा विश्वास है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाएंगी।प्रीति और रोशनी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने विज्ञान शिक्षक रामकांत ध्रुवंशी और संस्कार शिक्षण संस्थान के संचालक गौरव चंद्राकर को दिया। उन्होंने इन दोनों शिक्षकों के मार्गदर्शन और सहयोग को बेहद सराहा, जिसने उनकी परियोजना को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।प्रीति पटेल, जो पिथौरा के राजाडेरा गाँव के पुरूषोत्तम पटेल की बेटी हैं, और रोशनी चौधरी, जो जम्हार गाँव के गोपाल चौधरी की बेटी हैं, दोनों ही किसान परिवारों से ताल्लुक रखती हैं। उनकी कहानी यह सिद्ध करती है कि अगर सही अवसर मिलें, तो साधारण परिस्थितियाँ भी असाधारण परिणाम दे सकती हैं। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के समापन समारोह में राज्यपाल रमन डेका, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, और खेल मंत्री टैंक राम वर्मा ने विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट प्रयासों के लिए बधाई दी और उन्हें नवाचार की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। जैसे ही प्रीति और रोशनी राष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी में जुटी हैं, उनकी यात्रा यह साबित करती है कि शिक्षा, संकल्प और दृढ़ता से कुछ भी संभव है। रामदर्शन पब्लिक स्कूल का पूरा समुदाय इनके साथ खड़ा है और उनकी सफलता की कामना करता है।