गुवाहाटी-असम पुलिस ने एक पूर्व छात्र नेता पर पुलिस गोलीबारी की जांच के बाद एक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया है और नागांव जिले के मादक पदार्थ रोधी दस्ते को भंग कर दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार बोरठाकुर की सिफारिशों के अनुसार, पुलिस भंग किए गए दस्ते के 10 कर्मियों को नागांव जिले से बाहर स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक कागजी कार्वाई को भी पूरा करने की प्रक्रिया में है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, गृह एवं राजनीतिक विभाग से निर्देश मिलने के बाद कल उपनिरीक्षक प्रदीप बनिया को निलंबित कर दिया गया। हमने नागांव पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित मादक पदार्थ रोधी दस्ते को भी भंग कर दिया। बोरठाकुर ने अपनी रिपोर्ट में दस्ते के सभी सदस्यों और बनिया को नागांव जिले से तुरंत स्थानांतरित करने की सिफारिश की थी। जनता की नाराजगी के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 23 जनवरी को पुलिस गोलीबारी की परिस्थितियों की जांच के लिए एक सदस्ईय आयोग की घोषणा की थी।असम मानवाधिकार आयोग (एएचआरसी) ने इस घटना का स्वयं संज्ञान लिया और 24 जनवरी को राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर पूछा कि सरकार को घायल युवाओं को मुआवजा क्यों नहीं देना चाहिए।आयोग ने अगली सुनवाई के लिए 28 फरवरी की तारीख तय की है।