नई दिल्ली- सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मंगलवार को कहा कि एक और बड़ी बात हुई है। हमने दिल्ली में अपना स्कूल एजुकेशन का बोर्ड शुरू किया है। उसका गठजोड़ अंतरराष्ट्रीय एजुकेशन बोर्ड से किया है, जो पूरी दुनिया का एजुकेशन बोर्ड है। इंटरनेशनल एजुकेशन बोर्ड एक ऐसा बोर्ड है, जिससे पढऩे के लिए अमीरों के बच्चे तरसते हैं। अब दिल्ली के बच्चे इंटरनेशनल एजुकेशन बोर्ड की शिक्षा प्राप्त किया करेंगे। यह बहुत बड़ी बात हुई है। हम टीचर यूनिवर्सिटी बना रहे हैं। दिल्ली अब पूरे देश के लिए शानदार शिक्षक तैयार करेगी। मैं सोच रहा था कि आज बाबा साहब की आत्मा जहां कहीं पर भी होगी और उपर से देख रही होगी, तो हमें जरूर खूब आशीर्वाद दे रही होगी। मैं सोच रहा था कि अगर आज बाबा साहब जिंदा होते, तो हमें खूब आशीर्वाद देते। हमें गले से लगा लेते। केजरीवाल ने कहा कि अब हम अगले कदम पर जा रहे हैं। बच्चों को अभी जो पढ़ाया जाता था, उसको ठीक किया, लेकिन अब क्या पढ़ाया जाता है, हमारे बच्चे पढक़र जो निकलते हैं, उनकी क्वालिटी कैसी है। इसमें तीन चीजों पर काम किया जा रहा है। एक, दिल्ली के स्कूलों से जो भी हमारे बच्चे निकलें, वो अच्छे इंसान बनें। उसके लिए हैप्पीनेस क्लासेस शुरू की गई है। उनको थोड़ी सी मेडिटेशन कराया जाता है। उनको थोड़ी सी मोरल स्टोरी सुनाते हैं। उनको अच्छा इंसान बनाने की कोशिश की जा रही है। यह केवल औपचारिकता भर नहीं है। जो बच्चे हैप्पीनेस क्लास ले रहे हैं, उनके अभिभावक आकर बता रहे हैं कि बच्चों के अंदर कितना व्यापक परिवर्तन आ रहा है। घर जाकर वही बच्चे जब अपने माता-पिता से बात करते हैं, जो बच्चे आज तक अपने माता-पिता से लड़ा करते थे, अब वो अपने माता-पिता की इज्जत करने लगे हैं। हमारे बच्चों में बहुत बड़ा परिवर्तन आ रहा है। दूसरा, एंटरप्रिन्योरशिप क्लास शुरू किया। हमारे यहां बच्चे डिग्री पर डिग्री लेते हैं। डिग्रियां लेने पर नौकरी मिलती नहीं है। अगर शिक्षा पूरी करने के बाद भी बच्चा दो रोटी न कमा पाए, अपने परिवार को न पाल पाए, तो शिक्षा का क्या फायदा हुआ। हम 9वीं कक्षा से ही बच्चों को बिजनेस करना सीखा रहे हैं। बच्चे अब 24 घंटे यह सोचते हैं कि मैं क्या बिजनेस करूंगा, कैसे बिजनेस करूंगा। अब हमारे बच्चे कहते हैं कि मुझे नौकरी लेने वाला नहीं, नौकरी देना वाला बनना है। यह सोच में जो बदलाव आया है, यह बहुत बड़ी बात है। तीसरा, जो बच्चा हमारे स्कूलों से निकले, वो कट्टर देशभक्त होना चाहिए। अपने देश के लिए मर-मिटने को तैयार होना चाहिए। इसके लिए हम लोगों ने अपने स्कूलों में देशभक्ति क्लास शुरू की है।