नई दिल्ली- श्रीलंका के विदेश मंत्री जी एल पीरिस तीन दिवसीय यात्रा पर छह फरवरी (रविवार) को भारत आ रहे हैं जिसमें वे कारोबार, सम्पर्क सहित द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, श्रीलंका के विदेश मंत्री प्रो. जी एल पीरिस छह से आठ फरवरी तक भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। अपनी यात्रा के दौरान नई दिल्ली में श्रीलंका के विदेश मंत्री पीरिस, विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला से मुलाकात करेंगे। मंत्रालय के अनुसार, हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री एस जयशंकर और श्रीलंकाई विदेश मंत्री के बीच बैठक भी होगी। समझा जाता है कि इस यात्रा के दौरान दोनों पक्ष कारोबार, सम्पर्क सहित द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि श्रीलंका के विदेश मंत्री पीरिस की भारत यात्रा ऐसे समय हो रही है जब कुछ ही दिन पहले भारत ने गहरे वित्तीय संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका को ईंधन खरीद के वित्तपोषण के लिए 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने की घोषणा की थी। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, पड़ोसी देश को पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद के लिए 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने के लिए एक करार पर हस्ताक्षर किए गए। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गत 15 जनवरी को राजपक्षे के साथ हुई वर्चुअल बैठक में श्रीलंका को ऋण सहायता देने पर सहमति जताई थी। वित्तीय संकट का सामना कर रहे श्रीलंका को तेल की खरीद के लिए फौरी राहत की जरूरत को देखते हुए भारत ने यह सुविधा देने का ऐलान किया था। भारतीय उच्चायोग ने बताया था कि इस ऋण सुविधा के साथ ही भारत की तरफ से श्रीलंका को दिया गया कुल वित्तीय समर्थन बढक़र चार अरब डॉलर हो गया है। हाल ही में भारत ने श्रीलंका को 90 करोड़ डॉलर का विदेशी मुद्रा सहयोग दिया था।भारत की तरफ से श्रीलंका को ऋण सुविधा देने पर चर्चा 2021 से ही चल रही थी। यह सुविधा मिलने से श्रीलंका घटते विदेशी मुद्रा भंडार के दबाव से मुक्त होकर तेल की खरीद कर पाएगा। दिसंबर, 2021 में श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार 3.1 अरब डॉलर ही रह गया था।