छत्तीसगढ़ – पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के प्रमुख सचिव रहे अमन सिंह ने अपनी और पत्नी यास्मिन सिंह की जमानत के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। इससे पूर्व रायपुर सत्र न्यायालय ने उनकी जमानत की अर्जी को खारिज कर दिया था। इस मामले में अमन सिंह और उनकी पत्नी की के खिलाफ उच्च न्यायालय व्दारा भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति मामले में दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने के आदेश को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने अमन सिंह और उनकी पत्नी पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था अमन सिंह जैसे लोगों ने भ्रष्टाचार को कैंसर की तरह पनपने में मदद की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि संविधान द्वारा स्थापित अदालतो का दायित्व है कि वह भ्र्ष्टाचार को कतई बर्दाश्त न करें और भ्र्ष्टाचार करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि संविधान ने जो सामाजिक न्याय सभी के लिए सुनिश्चित किया है उसे पूरा करने के लिए भ्र्ष्टाचार एक बड़ी बाधा है। इससे पूर्व सर्वोच्च न्यायालय ने डॉक्टर रमन सिंह के पूर्व प्रधान सचिन रहे अमन सिंह को अग्रिम जमानत के लिए 3 सप्ताह का समय दिया था। जिसके बाद रायपुर स्थित ईओडब्ल्यू और एसीबी ने उनसे 9 घंटे तक सघन पूछताछ की थी। अमन सिंह ने अग्रिम जमानत के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। मगर उच्च न्यायालय के न्यायधीश न्यायमूर्ति राकेश मोहन पांडे ने उन्हें पहले निचली अदालत में अपील करने के आदेश दिया था। रायपुर सत्र न्यायालय से अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद अमन सिंह के सामने अब केवल उच्च न्यायालय में अपील करने का विकल्प बचा है। अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मिन सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) बी, 13 (2) एवं 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट किया हैं कि उनके ऊपर जो गंभीर आरोप लगे है उनकी जांच होनी चाहिए। भ्रष्टाचार के गंभीर मामले का सामना कर रहे अमन सिंह कि अपील अगर उच्च न्यायालय से पुनः खारिज हो जाती है तो उनकी गिरफ्तारी निश्चित है। डॉक्टर रमन सिंह के कार्यकाल के दौरान उन पर अकूत धन संपत्ति खड़ी करने के गंभीर आरोप है। अमन सिंह ने अपने कार्यकाल में ही अपनी पत्नी को छत्तीसगढ़ सरकार में डॉयरेक्टर के पद पर नियुक्त कर दिया था। उनकी पत्नी यास्मिन सिंह बिना योग्यता के 13 वर्षों तक छत्तीसगढ़ सरकार की सेवा में रही थीं। अमन सिंह की उच्च न्यायालय से जमानत खारिज होने के बाद ईओडब्ल्यू व्दारा उनकी गिरफ्तारी निश्चित है। माना जा रहा हैं कि अगर अमन सिंह और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी होती है तो उसकी आंच पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह तक भी आएगी।