मुंबई-शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए दावा किया कि जो लोग याकूब मेमन की कब्र को लेकर रो रहे हैं, वे मुंबई दंगों के दौरान बिल में छिपेै थे। मेनन को मुंबई के 1993 के सिलसिलेवार बम धमाकों में उसकी भूमिका के कारण फांसी दी गई थी।शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में दावा किया कि 1993 के सिलसिलेवार विस्फोटों में सबसे बड़ा घाव उसे शिवसेना क ही लगा था। विस्फोटों के दौरान दादर में शिवसेना भवन के पास भी एक बम फटा था। संपादकीय में कहा गया है कि शिवसेना ही उस समय सभी की रक्षा के लिए आगे आई थी। याकूब मेमन की कब्र के सौंदर्ईकरण को लेकर पिछले हफ्ते भाजपा और शिवसेना ने एक-दूसरे पर निशाना साधा था। भाजपा ने दावा किया था कि जब उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे, उस दौरान कब्र का सौंदर्ईकरण किया गया था। हालांकि, शिवसेना ने कहा था कि उसका इस घटनाक्रम से कोई लेना-देना नहीं है और उसे विवाद में अनावश्यक घसीटा जा रहा है।संपादकीय में कहा गया है, मुंबई दंगा और बम विस्फोट का सबसे बड़ा घाव शिवसेना को ही लगा। तब ए आज के हिंदुत्ववादी किस बिल में छिपे बैठे थे। पार्टी ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की भी आलोचना की, जो उस समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे, जब मेमन को जुलाई, 2015 में फांसी दी गई थी। पार्टी ने कहा कि मेनन को नागपुर में फांसी दी गई थी और उसे नागपुर में ही दफनाया जाना चाहिए था। इसके बजाय, मेमन का शव माहिम जहां वह रहता था लाया गया था। संपादकीय में कहा गया है कि मेमन की कब्र का मुद्दा ऐसे समय उठाया जा रहा है, जब राज्य प्राकृतिक आपदाओं और किसानों की आत्महत्या जैसे गंभीर मुद्दों का सामना कर रहा है।