नई दिल्ली- इंटरनेशनल स्टूडेंट रिक्रूटमेंट के लिये अग्रणी प्लेटफॉर्म अप्लायबोर्ड को अपने पहले इंटरनेशनल एलुमनी ऑफ इम्पैक्ट प्रोग्राम के विजेताओं की घोषणा करने पर गर्व है। 2023 में लॉन्च हुआ इंटरनेशनल एलुमनी ऑफ इम्पैक्ट प्रोग्राम उन भूतपूर्व अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों की उत्कृष्ट उपलब्धियों और योगदानों की सराहना करता है, जो कनाडा के उच्च शिक्षा संस्थानों से ग्रेजुएट हुए हैं और जिन्होंने अपने समुदायों, कार्यक्षेत्रों तथा दुनिया में महत्वपूर्ण सकारात्मक असर डाला है। इंटरनेशनल एलुमनी ऑफ इम्पैक्ट प्रोग्राम भारत से तीन विजेताओं समेत दुनियाभर के 10 भूतपूर्व अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों की उत्कृष्ट उपलब्धियों को सम्मानित कर रहा है। पंजाब के प्रमुख तीन विजेताओं में अंबाला के चैतन्य शर्मा, जालंधर के गुरप्रीत सिंह ब्रोका और चंडीगढ़ की रामनीत ब्रार ने कनाडा में पढ़ाई की थी और न सिर्फ शैक्षणिक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, बल्कि अपनी शिक्षा और अनुभवों का उपयोग विश्व में बदलाव लाने के लिये किया। ये असाधारण लोग बदलाव के दूत बन चुके हैं।अप्लायबोर्ड की सह-संस्थापक एवं सीईओ मेती बासिरि ने कहा, एक व्यक्ति का प्रभाव काफी बड़ा हो सकता है और इंटरनेशनल एलुमनी ऑफ इम्पैक्ट अवार्ड्स 2023 के विजेताओं में वह बात है। विजेताओं में अंबाला के चैतन्य शर्मा, जिन्होंने कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ ओटावा में पढ़ाई की। चैतन्य अभी कनाडा सरकार के लिये नेशनल डिफेंस के सक्षम विभाग में ह्यूमन रिसोर्सेस एडमिन ऑफिसर के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने एक अभिनव ऑनलाइन रिसोर्स ‘माय पर्सनल मेंटर’ स्थापित किया है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से चैतन्य ने सैकड़ों अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों और प्रवासियों के जीवन पर सकारात्मक असर डाला है और उन्हें उच्च-गुणवत्ता के रोजगार के अवसर पाने में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन एवं सहायता दी है। जालंधर के गुरप्रीत सिंह ब्रोका ने 2018 में ओंटारियो, कनाडा के कैम्ब्रियन कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा किया था। गुरप्रीत के अटूट समर्पण ने उनके वालंटीयर वाले काम और कनाडा की एक प्रमुख बैंक में कॅरियर के माध्यम से उनके करीबी लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव किया है। ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने कैम्ब्रियन में सेकंड-ईयर के इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिये एक वार्षिक छात्रवृत्ति ‘सरबत दा भला बुरसारी’ शुरू की, जिसमें “’सभी की समृद्धि’’ का भाव है। चंडीगढ़, भारत की रमनीत ब्रार ने टोरंटो, कनाडा के जॉर्ज ब्राउन कॉलेज से पढ़ाई की और 2017 में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन अकाउंटिंग प्रोग्राम से ग्रेजुएट हुईं। ग्रेजुएशन के बाद रामनीत ने कनाडा की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक के लिये अकाउंटिंग का काम करते हुए कई साल बिताये। अपने अनुभवों से प्रेरित होकर रामनीत ने इसेमपावर नामक एक संस्था की सह-संस्थापना की, जो अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों को सशक्त करने और रोजगार के अवसर पाने में उनकी सहायता करने के लिये समर्पित है। इसेमपावर की सीओओ के रूप में उन्होंने उसे विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिये तैयार जॉब सर्च का एक प्रभावी प्लेटफॉर्म बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रामनीत के स्टार्टअप ने कनाडा में सफल कॅरियर बनाने में अनगिनत विद्यार्थियों को सशक्त किया है। विजेताओं के बेमिसाल योगदानों के सम्मान में अप्लायबोर्ड उनमें से प्रत्येक के नाम पर एक बार की छात्रवृत्ति योग्य आगामी अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों को देगा। छात्रवृत्तियों का लक्ष्य है अंतर्राष्ट्रीय नेतृत्वकर्ताओं की अगली पीढ़ी को सहयोग देना और अपने समुदायों पर सकारात्मक असर डालने का मौका देना है।