नोएडा – दोपहिया वाहन चालकों में सड़क सुरक्षा और सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा देने के प्रयासों को जारी रखते हुए भारत के प्रमुख बाईक-टैक्सी एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म रैपिडो ने मोटरसाइकिल एवं स्कूटर चालकों में सड़क सुरक्षा प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए यूपी पुलिस के साथ साझेदारी में मुफ्त हेलमेट वितरण अभियान का आयोजन किया।नोएडा के बोटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के नज़दीक आयोजित हेलमेट वितरण अभियान का उद्देश्य मोटरसाइकिल एवं स्कूटर चालकों में सुरक्षित ड्राइविंग की आदतों को बढ़ावा देना था। इस अभियान के माध्यम से उन्हें यह समझाने का प्रयास किया गया कि दोपहिया वाहन चलाते समय सर्टिफाईड हेलमेट पहनने से व्यक्ति की सुरक्षा बढ़ती है, ऐसे में अगर वाहन चलाते समय उनके साथ दुर्घटना हो भी जाए तो भी गंभीर चोट लगने और मृत्यु की संभावना कम हो जाती है। इस अभियान का नेतृत्व गौतम बुद्ध नगर में एसीपी टै्रफिक श्री सौरभ श्रीवास्तव द्वारा किया गया, जिन्होंने जागरुकता एवं हेलमेट वितरण प्रोग्राम को अपना पूरा समर्थन प्रदान किया।इस पहल के तहत यूपी टै्रफिक पुलिस ने दोपहिया वाहन चालकों सहित 100 से अधिक उपस्थितगणों को जागरुक बनाया। साथ ही निम्न आय वर्ग के परिवारों और उन युवाओं को रैपिडो ब्राण्ड के हेलमेट मुफ्त बांटे गए, जिनके पास अक्सर उचित सुरक्षात्मक उपकरणों का अभाव रहता है। उच्च गुणवत्ता के आईएसओ सर्टिफाईड हेलमेट वितरित कर इस अभियान ने राइडरों को सेफ्टी गियर्स जैसे हेलमेट के महत्व के बारे में शिक्षित किया, इसे पहनने के सही तरीके तथा बाईक चलाते समय बरती जाने वाली अन्य सावधानियों के बारे में भी जानकारी दी।सड़क सुरक्षा के महत्व पर ज़ोर देते हुए श्री पवन गुंटुपल्ली, सह-संस्थापक, रैपिडो ने कहा,भारतीय सड़कों पर दोपहिया वाहन चालक सबसे ज़्यादा संवेदनशील होते हैं, सड़क पर छोटी सी गलती भी उनके लिए गंभीर दुर्घटना का कारण बन जाती है। सुरक्षात्मक उपकरणों जैसे हेलमेट का उपयोग न करने से इस तरह की दुर्घटनाएं जानलेवा तक साबित हो सकती हैं। वहीं सर्टिफाईड हेलमेट को अगर सही तरीके से पहना जाए तो दुर्घटना के दौरान गंभीर चोट की संभावना कम हो जाती है। हमें खुशी है कि हमें यूपी पुलिस के नेतृत्व में राइडरों को सुरक्षित राइडिंग के बारे में जागरुक बनाने और इस पहल में हिस्सा लेने का अवसर मिला है।नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं जान गंवाने वाले सबसे ज़्यादा दोपहिया वाहन चालक ही होते हैं। 2021 में तकरीबन 70,000 दोपहिया वाहन चालकों की जान चली गई, जो कुल सड़क दुर्घटनाआें का 44 फीसदी थे।रैपिडो वाहन चालकों में सुरक्षित ड्राइविंग की आदतो को बढ़ावा देकर इस दिशा में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि देश में दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।