नई दिल्ली- एस्ट्रोन्यूमरोलॉजिस्ट और भारतीय ज्ञान परंपरा के शोधकर्ता सिद्धार्थ एस कुमार ने अपनी क्रांतिकारी पुस्तक थिंक लाइक ए सेज, लीड लाइक ए सीईओ ,तंत्रयुक्ति फॉर बिज़नेस सक्सेस, द 30 डे तंत्रयुक्ति गाइड का औपचारिक विमोचन कर दिया है। यह पुस्तक प्राचीन भारतीय तंत्रयुक्ति प्रणाली को आज के तेज़ी से बदलते व्यावसायिक नेतृत्व से जोड़ने का एक ऐतिहासिक और प्रासंगिक प्रयास है। लगभग 2000 वर्ष पुरानी तंत्रयुक्ति प्रणाली पर आधारित इस पुस्तक में उन 32 तर्क-संरचना तकनीकों को सरल व आधुनिक भाषा में प्रस्तुत किया गया है, जिनका उपयोग कभी चाणक्य, सुश्रुत, और अन्य महान ऋषियों द्वारा किया जाता था। आज, इन्हीं सिद्धांतों को लेखक ने पुनः जीवित करते हुए स्टार्टअप संस्थापकों, रणनीतिकारों, और प्रभावशाली नेतृत्वकर्ताओं के लिए निर्णय थकान, नवाचार में जटिलता,और टीम प्रबंधन के असंतुलन जैसी चुनौतियों के समाधान के रूप में प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक एक 30 दिन की आत्मपरिवर्तन यात्रा के रूप में रची गई है, जहाँ प्रत्येक अध्याय एक युक्ति पर केंद्रित है उसका परिचय, व्यावसायिक उपयोग, दैनिक अभ्यास, और विश्व-प्रसिद्ध कंपनियों जैसे अमेज़न, एप्पल, टेस्ला से जुड़ी केस स्टडीज़ शामिल हैं। यह सिद्ध करता है कि प्राचीन तर्कशक्ति आज भी व्यावसायिक सफलता और नेतृत्व की रीढ़ बन सकती है। सिद्धार्थ एस कुमार, जिन्होंने आईआईएम अहमदाबाद, नागपुर, दिल्ली विश्वविद्यालय, और श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपना शोध प्रस्तुत किया है, अंकज्योतिष और आयुर्वेद आधारित व्यक्तिगत आर्केटाइप प्रणाली पर एक पेटेंट भी प्राप्त कर चुके हैं। वे न्यूमैरो वाणी के संस्थापक हैं, जो आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता, संरचित निर्णय प्रणाली, और व्यक्तित्व विकास के एकीकृत दृष्टिकोण पर कार्य करता है।तंत्रयुक्ति हमें सिखाती है कि नेतृत्व की सच्ची शक्ति इस बात में नहीं है कि हम कितनी जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं, बल्कि इस बात में है कि हम कितनी स्पष्टता से सोचते हैं।”