नई दिल्ली – अग्रणी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) उषा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपने ऑडिटेड वित्तीय परिणामों की घोषणा की। यह कंपनी के एनएसई पर सूचीबद्ध होने के बाद पहला वित्तीय खुलासा है। कंपनी ने 33.80 फीसदी की वार्षिक वृद्धि के साथ 41,070.17 लाख की संपत्ति प्रबंधन (एयूएम) दर्ज की है, जो इसके मजबूत प्रदर्शन को दर्शाता है। पूरे वित्त वर्ष में, कंपनी ने 1,817.00 लाख का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) और 21,115.09 लाख की नेट वर्थ दर्ज की, जो वित्त वर्ष 24 की तुलना में 99.15 फीसदी की वृद्धि है। पूंजी पर्याप्तता अनुपात में भी सुधार देखा गया, जो पिछले वर्ष के 33.03 फीसदी से बढ़कर 49.78 फीसदी हो गया, जिससे कंपनी की वित्तीय मजबूती का संकेत मिलता है। इस दौरान, ऋण वितरण 47,352.02 लाख तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 51.50 फीसदी की वृद्धि है। वित्त वर्ष की दूसरी छमाही (एच 2 वित्त वर्ष 25) में कंपनी की कुल आय 6.70 फीसदी बढ़कर 3,381.08 लाख हो गई। इसी अवधि में पीबीटी 31.09 फीसदी बढ़कर 1,154.93 लाख और कर-पश्चात लाभ 35.30 फीसदी की वृद्धि के साथ 875.95 लाख रहा। कर-पश्चात मार्जिन भी एच 2 वित्त वर्ष 24 के 20.43 फीसदी से बढ़कर 25.91 फीसदी हो गया। ऋण वितरण एच 2 वित्त वर्ष 25 में 28,542.75 लाख रहा, जो 59.04 फीसदी की सालाना वृद्धि है। कंपनी की सीईओ और निदेशक गीता गोस्वामी ने कहा, लिस्टिंग के बाद अपने पहले वित्तीय परिणामों की घोषणा करना हमारे लिए गर्व का क्षण है। एयूएम में उल्लेखनीय वृद्धि, मजबूत राजस्व, और मार्जिन में सुधार हमारी परिचालन दक्षता का प्रमाण हैं। 20 राज्यों में हमारी मौजूदगी, 80 फीसदी महिला उधारकर्ता आधार और 100 प्लस एनबीएफसी साझेदार हमारे नेटवर्क की मजबूती को दर्शाते हैं। हम दीर्घकालिक और स्थायी वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं। एनबीएफसी क्षेत्र में उभरते अवसरों को देखते हुए, उषा फाइनेंशियल एक सशक्त स्थिति में है और भविष्य में भी अपनी प्रगति जारी रखने के लिए तैयार है।