नई दिल्ली- आईपी यूनिवर्सिटी विदेशी छात्रों की सुविधा के लिए अलग छात्रावास बनाने का विचार कर रही है। विदेशी छात्रों की यूनिवर्सिटी में बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए इस पर विचार किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. डॉक्टर महेश वर्मा ने इस आशय की जानकारी दी। वे सोमवार को यूनिवर्सिटी के द्वारका कैंपस में विदेशी छात्रों के लिए इस सत्र के दाखिले से संबंधित दाखिला पुस्तिका जारी कर रहे थे। यूनिवर्सिटी के कुलसचिव शैलेंद्र सिंह परिहार ने कहा कि जितने तरह के पाठ्यक्रम यह यूनिवर्सिटी चला रही है शायद ही किसी यूनिवर्सिटी में उपलब्ध हो। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रिय हवाई अड्डा के यह यूनिवर्सिटी करीब है। बिना किसी प्रवेश परीक्षा के विभिन्न प्रोग्रामों में अतिरिक्त 15 प्रतिशत सीटें विदेशी छात्रों के लिए निर्धारित है। इन सारी खूबियों की वजह से यह यूनिवर्सिटी विदेशी छात्रों को आकर्षित करती है। यूनिवर्सिटी के विदेशी मामलों की निदेशक प्रो विजिता सिंह अग्रवाल ने बताया कि यूनिवर्सिटी के सभी स्कूलों और स्पेशल प्रोग्रामों में 15 प्रतिशत सीटें विदेशी छात्रों के लिए निर्धारित हैं। सिर्फ यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ आर्किटेक्ट एंड प्लानिंग में इनके लिए अलग से सीटें नहीं हैं। इससे संबंधित आवेदन का फॉर्म यूनिवर्सिटी की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। भरे हुए आवेदन फॉर्म 30 जून तक यूनिवर्सिटी की विदेशी मामलों के निदेशालय में ऑनलाइन और ऑफलाइन फॉरमेट में जमा कराने हैं। दाखिले में प्रथम प्राथमिकता आईसीसीआर फेलोशिप वाले आवेदकों को दी जाएगी। शेष सीटों पर दाखिले क्वालिफायइंग परीक्षा के मेरिट पर दिए जाएंगे। अफलीएटेड इन्स्टिटूट्स में चलाए जा रहे बीएचएमएस, बीएएमएस और बीएससी योगा प्रोग्रामों में दाखिले आईसीसीआर फेलोशिप वाले आवेदकों को दिए जाएंगे। इंग्लिश दक्षता परीक्षण की अनिवार्यता नेपाल और तिब्बत के आवेदकों के लिए नहीं है। इस अवसर पर जिम्बाब्वे के राजदूत और गाम्बिया के उच्चायुक्त भी मौजूद थे