नई दिल्ली- दिल्ली में पहली मानसून की बारिश ने केजरीवाल सरकार की व्यवस्थाओं की सारी पोलें खोल दी है। जिस तरह से दिल्ली के कई इलाकों में बारिश का जलजमाव हुआ है,वह बताता है कि केजरीवाल सरकार का कार्य सिर्फ कागजों तक सीमित होता है क्योंकि जब भी धरातल पर इसे परखने की बारी आती है, तो वहां केजरीवाल हमेशा फेल होते हुए दिखाई देते हैं। यह कहना है भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता का। आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में पिछले आठ सालों से केजरीवाल की सरकार है और हर साल पानी का तांडव होता है। दिल्ली के कई इलाकों में हर साल पानी भरता है, लेकिन केजरीवाल और उनके मंत्री सिर्फ उसका मुआयना करते हैं लेकिन काम करने की बारी आती है तो हाथ खड़े कर लेते हैं। इसलिए केजरीवाल सरकार के शासन में दिल्ली में राहत की नहीं बल्कि आफत की बारिश होती है। उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही जब हमने केजरीवाल सरकार से नालों की साफ-सफाई को लेकर बातें कही थी तो मनीष सिसोदिया ने प्रेसवार्ता कर कहा था कि उन्होंने सारी तैयारियां कर ली है, इस बार लोगों को जलजमाव से परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी लेकिन जब बारिश आई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। आदेश गुप्ता ने कहा कि हकीकत तो यह है कि केजरीवाल सरकार के किसी भी मंत्री का काम करने की मंशा ही नहीं है। गुरूवार को मयूर विहार फेज 3 हो, लक्ष्मीनगर मुख्य सडक़ हो, गीता कॉलोनी हो या फिर दिल्ली की अन्य जगहें, हर जगह लोगों का सडक़ पर निकलना मुश्किल हो गया क्योंकि जलजमाव इतना ज्यादा था कि लोग घर में ही रहना मुनासिब समझे। उन्होंने कहा कि हाल में ही खोली गई नवनिर्मित प्रगति मैदान सुरंग,आईटीओ, रिंग रोड,बारापुला कॉरिडोर, सराय काले खान में जलजमाव होने से ट्रैफिक जाम लग गया और घंटों तक वाहनों को रेंगते हुए देखा गया। पानी भरने से यातायात पुलिस ने पुल प्रहलादपुर अंडरपास को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया, जिसकी वजह से महरौली-बदरपुर मार्ग पर जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। गुप्ता ने केजरीवाल से मांग की है कि कोरी बयानबाजी की जगह काम करें ताकि दिल्ली की जनता को राहत मिल सके।