कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए दक्षिणी निगम ने मंगलवार को माता गुजरी अस्पताल, तिलक नगर में बच्चों व नवजात शिशु के लिए आइसीयू, बाल चिकित्सा वार्ड व पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर महापौर मुकेश सुर्यान ने कहा कि दक्षिणी निगम ने सेव द चिल्ड्रन, एसटीसी के सहयोग से इन नई स्वास्थ्य सेवाओं को शुरू किया गया है। इस लहर में बच्चों के संक्रमित होने की संभावना अधिक है, इसी लिए हमने अपने अस्पताल में बच्चों व नवजात शिशु के लिए आइसीयू व बाल चिकित्सा वार्ड स्थापित किया है। बच्चों व नवजात शिशु के लिए आइसीयू में 5-5 बैड है व बाल चिकित्सा वार्ड में 20 बैड है। नवनिर्मित बाल चिकित्सा वार्ड की दीवारों पर सुंदर पेंटिंग भी बनाई गई है। इस अवसर पर पश्चिमी जोन की अध्यक्षा श्वेता सैनी, अतिरिक्त आयुक्त रणधीर सहाय, एसटीसी के सीईओ सुदर्शन सुची व निगम तथा एसटीसी के अन्य उच्च अधिकारी भी उपस्थित थें। महापौर ने कहा कि सेव द चिल्ड्रन एसटीसी के सहयोग से नए पीएसए ऑक्सीजन प्लान्ट,बूस्टर के साथ भी लगाया गया है। इस नए प्लांट के बूस्टर से सिलेन्डर्स को भरा जा सकेगा और हमें ऑक्सीजन के लिए बाहरी स्रोतों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। साथ ही सेव द चिल्ड्रन एसटीसी ने 40 डी टाइप ऑक्सीजन सिलेन्डर्स,बच्चों व नवजात शिशु के लिए आइसीयू् व बाल चिकित्सा वार्ड के लिए आधुनिक मेडीकल उपकरण प्रदान किए। एसटीसी ने हमें मरीजों के लिए कोविड केयर किटस भी उपलब्ध कराए हैं और बच्चों व नवजात शिशु के लिए आइसीयू व ट्राईऐज ऐरिया के लिए इलेक्ट्रानिक स्कब स्टेशन भी दिए हैं। निगम आयुक्त ज्ञानेश भारती ने बताया कि दक्षिणी निगम विभिन्न एनजीओ व संस्थानों के सहयोग से अपने अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में स्वास्थ्य सेवाओं को विकसित और बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रहा है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए मेडिकल सुविधाओं को और अधिक सुदृड़ किया जा रहा है जिससे नागरिकों को बेहतर इलाज मिल सके। उन्होंनें बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान तिलक नगर अस्पताल में कोविड हेल्थ सेंटर की स्थापना की थी, लेकिन पूरी दिल्ली की तरह हम भी ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे थे। ऐसे मुश्किल समय में एस टी सी ने आगे बढ़ कर हमें सहयोग दिया। उन्होंने हमें पांच लीटर के 70 एवं दस लीटर के 39 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर प्रदान किए, जिससे हम अपनी ऑक्सीजन की पूर्ति कर सके।