शहरी इलाकों में जगह की कमी को देखते हुए टाटा पावर-डीडीएल ने अपनी तरह का अनूठा सबमर्सिबल पावर सबस्टेशन लगाया है। टाटा पावर-डीडीएल का दावा है कि यह सबस्टेशन शहरी इलाकों में जगह की कमी के मद्देनजर एक समाधान है। यह देश में किसी भी यूटिलिटी द्वारा स्थापित अपनी तरह का पहला सबमर्सिबल डिस्ट्रीब्यूशन  ट्रांसफॉर्मर है। कंपनी ने अपने पार्किंग क्षेत्र के नीचे तोशिबा ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से 630 किलोवाट एम्पीयर का सबमर्सिबल ट्रांसफॉर्मर लगाया है। इससे आपातकालीन स्थितियों में कंपनी के प्रमुख उपभोक्ताओं व आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले उपभोक्ताओं के लिए अबाधित एवं भरोसेमंद बिजली आपूर्ति में मदद मिलेगी। सोमवार को इस सबमर्सिबल सबस्टेशन का उद्घाटन दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग के सदस्य डॉ ए के अम्बश्ट द्वारा टाटा पावर-डीडीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गणेश श्रीनिवासन व कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। इस सबमर्सिबल पावर सबस्टेशन की स्थापना के मौके पर गणेश श्रीनिवासन ने कहा कि भविष्य की बिजली कंपनी होने के नाते, हमारा लगातार ध्यान इनोवेशन और खुद को फ्यूचर रेडी बनाए रखने पर है। सबमर्सिबल पावर स्टेशन की स्थापना से हमारा नेटवर्क और मज़बूत बनेगा और हम हर समय अपने उपभोक्ताओं के लिए भरोसेमंद बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कर सकते हैं। यह पहल बिजली वितरण के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए नए मानकों को स्थापित करने के हमारे लक्ष्य के अनुरूप है। उन्होंने बताया कि यह टैक्नोलॉजी वैश्विक मानकों के अनुरूप परंतु पूरी तरह से भारत में विकसित की गई है। यह पूर्ण रूप से पानी के अंदर रहकर भी काम कर सकती है और खासतौर से आज के दौर में काफी उपयोगी है जबकि महानगरों में शहरीकरण और विकास के चलते जगह की काफी कमी हो गई है।