सिंगापुर में प्रवेश के लिए सभी भारतीय शहरों के अलावा मलेशिया के पिनांग और इंडोनेशिया के बाली से ऐसे हवाई यात्रियों को 16 मार्च से पृथकवास की अनिवार्य शर्त पूरी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। एक वरिष्ठ मंत्री ने शुक्रवार को यह घोषणा की। परिवहन मंत्री एस ईश्वरन ने कहा कि सिंगापुर अपनी सीमाओं को सुरक्षित रूप से खोलने की दिशा में आगे बढऩे की योजना बना रहा है और वह वैश्विक व्यापार एवं उड्डयन केंद्र के अपने दर्जे को दाबारा हासिल करना चाहता है। सिंगापुर नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएस) ने बताया कि भारत के लिए टीकाकरण यात्रा लेन (वीटीएल) चेन्नई, दिल्ली और मुंबई के साथ-साथ अब बाकी शहरों के लिए भी खोल दी जाएगी।

सीएएएस के मुताबिक, मलेशिया और इंडोनेशिया के कई अन्य शहरों से भी हवाई यात्री पृथकवास में जाए बिना सिंगापुर में प्रवेश कर सकेंगे। प्राधिकरण ने बताया कि इन देशों के अतिरिक्त शहरों के लिए वीटीएल का विस्तार 16 मार्च से प्रभावी होगा। सीएएएस के अनुसार, मलेशिया के लिए वीटीएल में कुआलालंपुर के अलावा अब पिनांग भी शामिल होगा, जिसकी शुरुआत दोनों तरफ से चार दैनिक उड़ानों से होगी, जबकि इंडोनेशिया के वीटीएल के दायरे में जकार्ता के बाद बाली भी आएगा, जिसके लिए दो दैनिक उड़ानें संचालित की जाएंगी।

परिवहन मंत्री ईश्वरन ने फेसबुक पर जारी पोस्ट में कहा, यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हम अपनी सीमाओं को सुरक्षित रूप से फिर से खोलने और वैश्विक व्यापार एवं विमानन केंद्र का दर्जा दोबारा हासिल करने की योजना के तहत वीटीएल का विस्तार करने के लिए और कदम उठाएंगे। चैनल न्यूज एशिया ने सीएएएस के हवाले से कहा कि जो विमानन कंपनियां वीटीएल के तहत इन शहरों से उड़ानें संचालित करने की योजना बना रही हैं, वे मंजूरी के लिए सिंगापुर के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण को प्रस्तावित उड़ानों से संबंधित योजना पेश कर सकती हैं।चैनल के मुताबिक, वीटीएल के तहत वियतनाम और यूनान के हवाई यात्रियों को भी 16 मार्च से सिंगापुर में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। सिंगापुर ने पिछले साल आठ सितंबर से 30 देशों के लिए वीटीएल स्थापित कर रखा है। देश में कुल 4,56,215 वीटीएल यात्री प्रवेश कर चुके हैं।