नई दिल्ली- दिल्ली सरकार के अपने नियम ही अनुमति नहीं देते कि दिल्ली में वीकेंड कफ्र्यू और ऑड-ईवन सिस्टम खत्म किया जाए लेकिन व्यापारियों, दुकानदारों, कर्मचारियों और मजदूरों के साथ धोखा करते हुए दिल्ली सरकार ने वीकेंड कफ्र्यू और ऑड-ईवन हटाने का प्रस्ताव उपराज्यपाल के पास भेज दिया। दिल्ली सरकार पहले ग्रेप में दिए अपने नियमों में परिवर्तन करे,तभी इस वर्ग को राहत मिल सकती है। यह बात नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कही। उन्होंने बताया कि कि दिल्ली सरकार को मालूम है कि उसने 10 अगस्त 2021 को जो ग्रेडिड रेस्पांस एक्शन प्लान, ग्रेप नोटिफाई किया था,उसके नियमों के अनुसार अभी न तो वीकेंड कफ्र्यू हटाया जा सकता है और न ही ऑड-ईवन सिस्टम को खत्म किया जा सकता है। ग्रेप के अनुसार अगर दिल्ली में लगातार दो दिन तक 0.5 यानी आधा फीसदी पॉजिटिविटी रेट रहता तो दिल्ली में येलो अलर्ट लागू कर दिया जाएगा। येलो अलर्ट का मतलब है कि दिल्ली में दुकानें ऑड-ईवन आधार पर सुबह दस बजे से रात 8 बजे तक ही खुल सकती हैं। हर जोन में सिर्फ एक वीकली मार्केट लगाने की अनुमति दी जा सकती है। नाइट कफ्र्यू लगा दिया जाता है। अगर दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट दो दिन तक लगातार एक फीसदी से ज्यादा रहता है या एक हफ्ते तक 3500 से ज्यादा केस आते हैं तो फिर अंबर अलर्ट लागू हो जाता है जिसमें रेस्टोरेंट और बार को बंद करने के साथ-साथ दुकानों का समय भी 10 से 6 बजे तक हो जाता है। नाइट कफ्र्यू के साथ-साथ वीकेंड कफ्र्यू भी लागू कर दिया जाता है। दिल्ली में इस समय पॉजिटिविटी रेट 20 फीसदी के करीब है और रोजाना 10 हजार से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। दिल्ली सरकार के अपने नियमों के अनुसार न तो वीकेंड कफ्र्यू हटाया जा सकता है और न ही ऑड-ईवन को खत्म किया जा सकता है। दिल्ली सरकार को पता है कि नियमानुसार यह संभव नहीं है लेकिन उसके बावजूद दिल्ली सरकार ने प्रस्ताव बनाकर उपराज्यपाल के पास भेज दिया ताकि वह कारोबारियों, कर्मचारियों और मजदूरों को बेवकूफ बना सके। वह यह दिखाना चाहती है कि हम तो आपको राहत देना चाहते हैं लेकिन उपराज्यपाल ऐसा नहीं होने दे रहे। बिधूड़ी ने कहा कि यह बड़े ही शर्म की बात है कि इस मुश्किल समय में भी केजरीवाल सरकार कारोबारियों और दूसरे वर्गों के साथ यह क्रूर मजाक कर रही है। बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है कि अगर बाजारों में भीड़ बढ़ रही है तो वह उस पर नियंत्रण कराए।