नई दिल्ली-महाराजा अग्रसेन अस्पताल ,पंजाबी बाग में कार्डियोलॉजी के प्रमुख की टीम ने कार्डियक इंस्टीट्यूट में पहली बार एक 82वर्षीय बुजुर्ग के दिल की नसों में हुए ब्लॉकेज (कैल्सीफाइड) को शॉकवेव इंट्रावैस्कुलर लिथोट्रिप्सी से तोड़कर एक्साइमर कोरोनरी लेजर एथेरेक्टॉमी विधि से निकालते हुए सफल एंजियोप्लास्टी की गई। डॉ.विजय कुमार त्रेहान ने बताया हमने एक एक ऐसे मरीज का इलाज किया जो जिसकी 2 धमनियों में गंभीर कैल्शियम था।पंजाबी बाग स्थित महाराजा अग्रसेन अस्पताल के डॉ.विजय कुमार त्रेहन और उनकी टीम ने एक सफल ऑर्बिटल एथेरेक्टॉमी की मदद से अपनी दोनों धमनियों में स्टेंट लगाया और अगले दिन ही मरीज को छुट्टी दे दी गई। इस प्रकार, यह नई पद्धति जब दाहिने हाथों में उपयोग की जाती है तो रोगियों के इस सबसेट में बेहद फायदेमंद होती है, अन्यथा चिकित्सा उपचार ही एकमात्र विकल्प होता। यह साधन पारंपरिक पद्धति से थोड़ा अधिक महंगा है लेकिन यह निश्चित रूप से बेहतर परिणाम प्रदान करता है ।