नई दिल्ली- दिल्ली में यमुना नदी के खादर के इलाक़ों में बाढ़ का पानी तो लौट गया है, मगर ज़िंदगी अब तक पटरी पर नहीं लौटी है। राहत कैम्पों में रहे लोगों ने तो सरकारी और ग़ैर-सरकारी संगठनों की मदद के सहारे जैसे-तैसे गुज़र-बसर कर ली लेकिन उन परिवारों का क्या, जो इन राहत कैम्पों तक पहुँच ही नहीं पाए। उनके लिए कोई मदद पहुँचाना और भी मुश्किल था। ऐसे में इन लोगों की मदद के लिए फ़रिश्ता बनकर सामने आयीं, आई.ए.एस. सोनल गोयल।अक्षरधाम मंदिर के निकट इलाक़े में बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों को, त्रिपुरा भवन में रेज़िडेंट कमिश्नर के पद पर तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सोनल गोयल राहत सामग्री बाँटती नज़र आयीं। उन्होंने अपनी निजी संसाधनों से 150 से अधिक परिवारों को राशन, महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड, बच्चों के लिए बिस्कुट और कपड़े आदि बाँटे। जिससे मुश्किलों से जूझ रहे परिवारों को कुछ राहत मिली। जहां चाह, वहां राह वो कहते हैं न- जहां चाह, वहां राह। सोनल गोयल अपने बल पर, बाढ़ से पीड़ित हुए लोगों को ढूँढ-ढूँढ कर उनकी मदद कर रही हैं। सोनल उन लोगों तक भी मदद पहुँचा रहीं हैं, जहां अभी तक कोई मदद नहीं पहुँची है। यहाँ लोगों के पास रहने के लिए बुनियादी सुविधाएँ तक नहीं हैं। ऐसे में उनके इस प्रयास से बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों की चिंताएँ कुछ कम हो सकेंगी। सोनल गोयल ने बताया की, वो पिछले कुछ समय से लगातार डोनेशन ड्राइव के माध्यम से बाढ़ से प्रभावित, और आर्थिक रूप से कमज़ोर लोगों तक ज़रूरत की चीज़ें पहुँचा रहीं हैं। सोनल ने कई ग़ैर-सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर भी कई लोगों की मदद की है। हाल ही में उन्होंने आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों के बच्चों को कॉपी-किताबें, स्टेशनरी किट आदि भी बाँटे थे।चर्चित अधिकारी हैं सोनल गोयल अपने एक दशक से अधिक के करियर में नि:स्वार्थ लोगों की मदद करती आयीं हैं। समाज और उससे जुड़े मुद्दों को लेकर वो अक्सर मुखर रहती हैं, और एक महिला होने के नाते महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहती हैं। हाल ही में उन्होंने राहत कैम्प में रह रही महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड भी बाँटे थे। सोशल मीडिया पर लाखों लोग उनसे जुड़े हैं। अपने सोशल मीडिया हैंडल्स के ज़रिये सोनल गोयल, सिविल सेवा की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों को प्रेरित और प्रोत्साहित करती आयीं हैं। सोनल अपने पॉडकास्ट ‘वॉइस ऑफ़ वीमेन’ के ज़रिये महिलाओं की प्रेरणादायक कहानियाँ भी समाज के सामने ला रही हैं, जिससे ज़्यादा-से-ज़्यादा लोग उन महिलाओं के बारे में जान सकें जो विभिन्न क्षेत्रों में भारत को गौरवान्वित कर रही हैं।