नई दिल्ली – राज्यसभा चुनाव के नतीजे सामने आए और बिहार के सभी उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए. निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद सभी उम्मीदवार विधानसभा पहुंचे और जीत का सर्टिफिकेट लिया. बता दें कि जेडीयू से राज्यसभा के लिए चुने गए संजय झा ने निर्वाचन का प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद सीएम नीतीश कुमार से शिष्टाचार मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने संजय झा को जीत की बधाई दी.बीजेपी से राज्यसभा के लिए निर्वाचित भीम सिंह अतिपिछड़ा चंद्रवंशी समुदाय से आते हैं. भीम सिंह ने कर्पूरी ठाकुर की ओर से लागू आरक्षण का समर्थन किया और राजनीति में कदम रखा. भीम सिंह राजद और जेडीयू में भी रह चुके हैं और दो बार एमएलसी रहे. साथ ही वह ग्रामीण कार्य विभाग, उद्योग विभाग के मंत्री और पंचायती राज में भी मंत्री रह चुके हैं. पहले जीतन राम मांझी का हाथ थाम वह जेडीयू से अलग हुए और फिर अपने विधान परिषद के दूसरे टर्म में तीन साल का कार्यकाल बचे रहने पर भी अपनी सदस्यता छोड़ दी.राज्यसभा में बिहार की 6 सीटों पर चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं. बिहार के सभी 6 उम्मीदवार राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए और राज्यसभा के लिए बिहार से बीजेपी के दो, जेडीयू के एक, आरजेडी के दो और कांग्रेस के एक उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. सभी उम्मीदवारों को निर्विरोध राज्यसभा का सदस्य चुन लिया गया है. बता दें कि बीजेपी की तरफ से धर्मशीला गुप्ता और भीम सिंह का नामांकन किया गया था. वहीं, जेडीयू की तरफ से संजय झा को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया गया था. आरजेडी की तरफ से संजय यादव और मनोज झा को राज्यसभा का सदस्य बनाया गया तो वहीं कांग्रेस की तरफ से अखिलेश प्रसाद सिंह को नोमिनेट किया गया था. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर के कुढ़नी प्रखंड से जन विश्वास यात्रा की शुरुआत की. इसके साथ ही तेजस्वी जनता के बीच में जाकर लोकसभा चुनाव अभियान की भी शुरुआत करेंगे. वहीं, तेजस्वी ने आरजेडी एमवाई के समीकरण पर बात करते हुए कहा कि असल में हमारी पार्टी सिर्फ एमवाई की पार्टी नहीं है बल्कि वे बाप की पार्टी है. अब आपको इसका मतलब समझना होगा और यहां बी का मतलब है बहुजन, ए का मतलब है अगड़ा, ए का मतलब है आधी आबादी और पी का मतलब है पुअर यानी गरीब की पार्टी.