मुंबई– फेडएक्स कॉर्प (NYSE: FDX) ने अपनी सालाना इकोनॉमिक इम्पैट (आर्थिक प्रभाव) रिपोर्ट जारी कर दी है। इसमें कंपनी के दुनिया भर में नेटवर्क और वित्त वर्ष 2024 के दौरान स्थानीय समुदायों में समृद्धि लाने में कंपनी की भूमिका का विश्लेषण किया गया है। बिजनेस डिसीजनिंग डेटा और एनालिटिक्स के अग्रणी प्रदाता डन एंड ब्रैडस्ट्रीट (NYSE: DNB) के परामर्श से तैयार की गई यह रिपोर्ट ‘फेडएक्स इफेक्ट’ को उजागर करती है। फेडएक्स इफेक्ट, फेडएक्स द्वारा किए गए कामों का वह प्रभाव दिखाता है जो वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाली वस्तुओं और विचारों के प्रवाह को तेज करने में सहायक होता है, जिसमें भारत में फेडएक्स का योगदान भी शामिल है।फेडएक्स कॉर्पोरेशन के प्रेसिडेंट और सीईओ राज सुब्रमण्यिम ने कहा, “फेडएक्स में हम एडवांस्ड डेटा और टेक्नोलॉजी का लाभ उठाकर सभी के लिए सप्लाई चेन को अधिक स्मार्ट बनाना चाहते हैं ताकि अपने और उनके ग्राहकों को बेहतर सेवा दे सकें। इससे हमारी पहुंच और प्रभाव दोनों बढ़ेगा।” “‘फेडएक्स इफेक्ट’ उत्कृष्टता, आर्थिक विकास और उन समुदायों के प्रति हमारी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है जहां हम रहते हैं और जिनके लिए काम करते हैं।इस रिपोर्ट में भारत के लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और वैश्विक कारोबार को बढ़ावा देने में फेडएक्स की भूमिका पर प्रकाश डाला गया है। फेडएक्स ने क्षेत्र में परिवहन, भंडारण और कम्युनिकेशन सेक्टर के शुद्ध आर्थिक उत्पादन में सीधे 0.1% का योगदान दिया है। इसके अलावा, फेडएक्स ने अप्रत्यक्ष रूप से वित्त वर्ष 2024 में क्षेत्र की संपूर्ण अर्थव्यवस्था में करीब 280 मिलियन अमरीकी डॉलर का योगदान दिया है। कंपनी के बड़े निवेशों में नई दिल्ली कार्गो कॉम्प्लेक्स में गेटवे सुविधा का आधुनिकीकरण शामिल है जिसने निर्यात क्षमता को बढ़ाया और भारतीय निर्यातकों के लिए ट्रांजिट टाइम को घटा दिया है। इससे निर्यातकों को केवल दो से तीन दिनों में ग्लोबल बाजारों तक पहुंचने में मदद मिलती है। फेडएक्स ने फेडएक्स इम्पोर्ट टूल (FiT) पेश किया, जो एक केंद्रीय डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है। ये डॉक्युमेंट मैनेजमेंट और कस्टम क्लियरेंस को सुव्यवस्थित करता है, भारतीय कारोबारियों को अधिक कुशल आयात प्रक्रियाओं से सशक्त बनाता है। फेडएक्स ने आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी मद्रास में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करके नवाचार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है और अधिक स्मार्ट, अधिक मजबूत सप्लाई चेन के निर्माण के लिए भारत की तकनीकी विशेषज्ञता का इस्तेमाल किया।