तिरुवनंतपुरम-केरल का पहला कारवां पार्क इडुक्की जिले के पर्वतीय पर्यटन स्थल वागामोन में खुलने के लिए तैयार है। केरल के पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार की नई कारवां पर्यटन नीति के तहत पार्क को 25 फरवरी को यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य पर्यटन विभाग ने कारवां पर्यटन को ऐसे समय में छुट्टी मनाने के लिए एक सुरक्षित स्थान के रूप में प्रस्तुत किया है जब लोग कोविड-19 के प्रकोप के कारण घर से बाहर निकलने या यात्रा करने में असमर्थ हैं। रियास ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, प्रत्एक यात्री इन दिनों सुरक्षित यात्रा, आवास और भोजन की इच्छा रखता है। कारवां पर्यटन परियोजना उन लोगों के लिए एक बड़ी आशा और अवसर है जो यात्रा करने में असमर्थ हैं तथा लंबे समय से घर के अंदर रहने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने 1980 के दशक के दौरान राज्य पर्यटन क्षेत्र में हाउसबोट की पेशकश किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि उसके बाद केरल में इस तरह की कोई नई शुरुआत नहीं की गई। उन्होंने बताया कि हाउसबोट के बाद पर्यटन क्षेत्र में राज्य की ओर से कारवां नवीनतम कार्यक्रम है। मंत्री ने कहा कि पिछले साल सितंबर में पर्यटन विभाग द्वारा की गई घोषणा के बाद नई पहल के लिए उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है। निजी क्षेत्र से अब तक 303 कारवां के लिए 154 आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि पहले 100 कारवां पार्क के लिए 67 लोग पहले ही आगे आ चुके हैं। महामारी के बाद के समय में पर्यटकों की बढ़ती मांगों और प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए केरल ने एक समग्र, हितधारक-अनुकूल कारवां पर्यटन नीति की घोषणा की थी, जो आगंतुकों को सुरक्षित और प्रकृति के निकटतम यात्रा अनुभव का वादा करती है। पर्यटन विभाग के सूत्रों ने बताया कि पहल के तहत दो तरह के कारवां होंगे। एक मॉडल में दो लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी, जबकि दूसरे में चार लोगों का परिवार रह सकेगा। पर्यटन कारवां में सोफा-कम-बेड, फ्रिज और माइक्रोवेव ओवन के साथ डाइनिंग टेबल, शौचालय, एयर-कंडीशनर, इंटरनेट कनेक्टिविटी, ऑडियो-वीडियो सुविधाएं, चार्जिंग सिस्टम और जीपीएस जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं होंगी।