नई दिल्ली -दिल्ली जल बोर्ड  ने सोमवार को रिकॉर्ड मात्रा में पानी का उत्पादन करके एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। इसकी जानकारी देते हुए दिल्ली के जल मंत्री और डीजेबी के अध्यक्ष सत्येंद्र जैन ने एक ट्वीट कर कहा कि सोमवार को दिल्ली में जल उत्पादन बढक़र 956 एमजीडी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि नए वॉटर फिल्टर के चालू होने के साथ, चंद्रवाल डब्ल्यूटीपी ने रिकॉर्ड 100 एमजीडी के आंकड़े को पार कर लिया। धीरे-धीरे, जल बोर्ड दिल्लीवालों को 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि आमतौर पर दिल्ली में दैनिक जल उत्पादन औसतन 940-945 एमजीडी रहता है। लेकिन सोमवार को जब सभी वॉटर ट्रीटमेंट ने अपनी क्षमता के पीक पर काम करना चालू किया तो यह बढक़र 956 एमजीडी हो गया। दिल्ली में पानी के इस उत्पादन से सप्लाई में कई गुना उछाल आया है। बता दें कि दिल्ली में सभी 9 जल उपचार संयंत्र  अपनी चरम क्षमता पर काम कर रहे हैं। इसलिए दिल्ली जल बोर्ड यह उपलब्धि हासिल कर पाया है। यह डब्ल्यूटीपी वजीराबाद, चंद्रवाल, भागीरथी, सोनिया विहार, हैदरपुर, नांगलोई, द्वारका, बवाना और ओखला में स्थित हैं। वहीं, दिल्ली सरकार ने अपने जल उपचार संयंत्रों को नए और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर उन्हे अपग्रेड किया है। इन संयंत्रों में लगे नए सैंड फिल्टर पानी की सफाई में उल्लेखनीय बदलाव ला रहे हैं। इससे चंद्रवाल जल उपचार संयंत्र को पहले दर्ज किए गए 94 एमजीडी की तुलना में 100 एमजीडी के जल उत्पादन रिकॉर्ड को पार करने में मदद मिली है। इसी तरह, हैदरपुर डब्ल्यूटीपी में सोमवार को रिकॉर्ड 235.45 एमजीडी जल का उत्पादन हुआ, जबकि नांगलोई डब्ल्यूटीपी में 43.69 एमजीडी जल उत्पादन दर्ज की गई। मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सिस्टम को कुशल और मजबूत बनाने के लिए पुराने तरीकों से चलने वाले संयंत्रों को अब अपग्रेड किया जा रहा है। इससे पहले, डीजेबी ने एक इन-हाउस तकनीक विकसित की थी, जिसे एक्सट्रैक्शन वेल के रूप में जाना जाता है, जिसमें पारंपरिक ट्यूबवेल की तुलना में पांच गुना अधिक पानी निकालने की क्षमता होती है। जल बोर्ड पानी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अलग-अलग नवीन परियोजनाओं जैसे अमोनिया हटाने के संयंत्र, जिससे अमोनिया इंटॉक्सिकेशन ख़त्म होगा और लवणता को कम करने के लिए आरओ प्लांट, टोटल हाई डिजॉल्व्ड सॉलिड  कम करने का प्लांट, मौजूदा डब्ल्यूटीपी क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत फिल्टर और सूक्ष्म प्रदूषकों को हटाने के लिए अल्ट्राफिल्ट्रेशन जाली लगाने जैसे कदम शामिल है।