जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के पद से इस्तीफे की खबर लगातार सामने आ रही है. जहां पहले यह खबर आई थी कि 29 दिसंबर को राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले ललन सिंह इस्तीफा दे सकते हैं तो वहीं  सुबह सूत्रों के हवाले से यह भी खबर सामने आई कि पार्टी के वरिष्ट नेता ललन सिंह ने इस्तीफा दे दिया. खैर जैसे ही यह खबर मीडिया में सामने आई कि ललन सिंह ने इस्तीफा दे दिया है. वैसे ही नीतीश कुमार के करीबी मंत्री विजय चौधरी आनन फानन में जदयू दफ्तर पहुंचे और इस खबर व सभी अटकलों को खारिज कर दिया. साथ ही ललन सिंह के इस्तीफे वाली खबर को विजय चौधरी ने गलत बताया.विजय चौधरी ने कहा कि इस तरह की सूचना ना पार्टी कार्यालय को है और ना ही हमलोगों को है. पार्टी ऑफिस में इस तरह की कोई चर्चा ही नहीं है. 29 दिसंबर को कार्यकारिणी बैठक के साथ ही परिषद की भी बैठक होने वाली है. यह बैठक काफी समय से लंबित चल रहा था. वहीं, लोकसभा और विधानसभा चुनाव को देखते हुए बैठक होना लाजमी है. इसके साथ ही सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए विजय चौधरी ने कहा कि सुशील मोदी जदयू की इसलिए बात करते हैं क्योंकि उन्हें अपनी पार्टी में कोई भी नहीं पूछता है. वहीं, जब अपने दल में ही लोग नहीं पूछते हैं तो लोग इधर-उधर भटकते रहते हैं.आपको बता दें कि बिहार की ललन सिंह के इस्तीफे की खबर ने बिहार में सियासी हलचलें तेज कर दी है. इसी के साथ ललन सिंह पर यह भी आरोप लग रहे थे कि वह लालू यादव के साथ मिलकर जदयू को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.आपको बता दें कि कई दिनों से राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि नीतीश कुमार जदयू अध्यक्ष ललन सिंह से नाराज हैं. हालांकि इस पर पार्टी की ओर से किसी भी तरह की कोई आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है. वहीं, यह भी खबर सामने आई थी कि बैठक के बाद राहुल गांधी ने नीतीश कुमार से कॉल पर सीट बंटवारे को लेकर बातचीत भी की थी. जिसके बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री आवास पर उनसे मिलने पहुंचे थे.