नई दिल्ली- प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल पर जनलोकपाल बिल पर झूठ बोलने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल जिस जनलोकपाल बिल का हवाला देकर दिल्ली की कुर्सी पर बैठे थे लेकिन आज उसी जनलोकपाल को लेकर केजरीवाल सरकार का झूठ पूरे देश के सामने आया है। गुप्ता ने कहा कि एक आरटीआई के द्वारा इस बात का खुलासा हुआ है कि पिछले सात सालों से केजरीवाल सरकार ने जन लोकपाल बिल को पारित करने के बावजूद उसे लागू नहीं किया। आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कहा कि 4 दिसम्बर 2015 को हमने जनलोकपाल बिल विधानसभा में पारित कर उसे उपराज्यपाल के पास भेज दिया गया था। फिर 29 दिसम्बर को जब भाजपा ने एक संवाददाता सम्मेलन कर इस बात का जवाब मांगा कि जनलोकपाल बिल का क्या हुआ तो आम आदमी पार्टी की तरफ से जवाब आया कि हमने उसे उपराज्यपाल के यहां भेज दिया है। उन्होंने कहा कि इस बारे में एक और आरटीआई के तहत इस बात का खुलासा साफ शब्दों में किया गया है कि उपराज्यपाल द्वारा 25 सितंबर 2019 को जनलोकपाल बिल की फाइल रिसीव की गई थी और इसे 27 सितंबर 2019 को कानून विभाग को लौटा दिया गया था। यानी सिर्फ 2 दिनों में ही फाइल वापस भेज दी गई। इससे साफ जाहिर होता है कि अरविंद केजरीवाल वायदों, भाषणों एवं आरटीआई में भी झूठ बोलते हैं। सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जब से सत्ता में आए हैं तब से झूठ का एक बड़ा रिकॉर्ड बना चुके हैं उन्हें खुद नहीं पता होगा कि वह आज तक कितने झूठ बोले होंगे। और आज की बातों ने पूरी तरह से उनकी पोल खोल दी है। आरटीआई झूठी हो सकती है यह भारतीय इतिहास में पहली बार होने जा रहा है। उन्होंने एक पोस्टर दिखाते हुए कहा कि 29 दिसंबर को जनलोकपाल बिल पास होने की बात कहने वाली केजरीवाल सरकार आज भी इस मामले दूर दूर तक गायब है।