नई दिल्ली- नोटबंदी, जीएसटी और लॉकडाऊन के कारण कर्ज के दलदल में फंसी जनता की कर्ज माफी के समर्थन में दिल्ली के जन्तर मंतर पर धार्मिक एकता ट्रस्ट को ओर से एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल किया गया। इस अवसर पर काफी संख्या में लोग यहां जुटे। धार्मिक एकता ट्रस्ट के संस्थापक शाहनवाज़ चौधरी भारतीय, राजीव सिंह कुशवाह भारतीय राष्ट्रीय अध्यक्ष धार्मिक एकता ट्रस्ट, सीए सुरभी श्रीवास्तव भारतीय जी भारतीय वित्त समिति अध्यक्ष धार्मिक एकता ट्रस्ट और उनकी दिल्ली टीम मौजूद थी। यहां एक प्रेसवार्ता का भी आयोजन किया गया ,जिसमें कर्ज माफी जैसे मुद्दे पुरजोर तरीके से उठाये गये। इस अवसर पर धार्मिक एकता ट्रस्ट के संस्थापक शाहनवाज चौधरी भारतीय ने बताया कि हम सब हर दिन इस तरह की खबरें सुनते हैं कि कर्ज के कारण व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। पूरे-पूरे परिवार को कर्जे के कारण समाप्त होते हुए देखा गया है। सरकारी आंकड़ें बताते हैं कि पिछले पांच वर्ष में कर्ज के कारण 50 हजार से अधिक लोग आत्महत्या कर चुके हैं। अकेले पिछले वर्ष ही 20 हज़ार से अधिक लोगों ने कर्ज के कारण परेशान होकर आत्महत्या कर लिये हैं। जनता की इसी समस्या को देखते हुए शाहनवाज चौधरी भारतीय और उनकी टीम जुलाई 2022 से देश के सभी राज्यों में ऐसे लोगों की जानकारी इकट्ठा करके सरकार तक पहुंचा रहे हैं जो कि कर्ज के कारण परेशान है। चौधरी ने बताया कि कर्ज के दलदल में फंसे लोग चाहते हैं कि या तो सरकार किसानों और बड़े उद्योगपतियों की तरह ही उनका कर्जा भी माफ कर दें या कर्ज चुकाने के लिए कम से कम दो वर्ष का समय दे दें। बता दें कि अभी तक 3 लाख से अधिक लोग इस निःशुल्क कर्ज मुक्त भारत अभियान में जुड़ चुके हैं, अभियान में जुड़े लोगों को कर्ज से बाहर निकलने की निःशुल्क ट्रेनिंग भी दी जा रही है तथा उनके साथ बातचीत करके उन्हें आत्महत्या जैसे कदम उठाने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है।